किसान क्रांति यात्रा: पुलिस ने किसानों पर किया लाठीचार्ज, राहुल-अखिलेश समेत विपक्ष के बड़े नेताओं ने सरकार को घेरा

किसानों के ऊपर मंगवार की सुबह लाठीचार्ज, हवाई फायरिंग और आंसू गैस के गोले छोड़े गए. अन्नदाताओं के विरोध में उठाए गए इस कदम से विपक्ष को केंद्र सरकार पर हमलावर हो गया है.

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Photo Credit-ANI Twitter)

नई दिल्ली: कर्ज माफी, फसल की वाजिब कीमतों और बिजली बिल की दर में कटौती सहित कई अन्य मांगों को लेकर राजधानी दिल्ली की सीमा में घुसने की कोशिश कर रहे किसानों के ऊपर मंगवार की सुबह लाठीचार्ज, हवाई फायरिंग और आंसू गैस के गोले छोड़े गए. अन्नदाताओं के विरोध में उठाए गए इस कदम से विपक्ष को केंद्र सरकार पर हमलावर हो गया है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने घटना पर बीजेपी को घेरते हुए कहा कि अब किसान देश की राजधानी आकर अपना दर्द भी नहीं सुना सकते.

घटना पर पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्विटर पर केंद्र सरकार के विरोध में लिखा "विश्व अहिंसा दिवस पर BJP का दो-वर्षीय गांधी जयंती समारोह शांतिपूर्वक दिल्ली आ रहे किसानों की बर्बर पिटाई से शुरू हुआ अब किसान देश की राजधानी आकर अपना दर्द भी नहीं सुना सकते"

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी घटना को सरकार पर हमला बोला है. सीएम केजरीवाल ने अपने ट्वीट में लिखा "दिल्ली सबकी है. किसानों को दिल्ली में आने से नहीं रोका जा सकता. किसानों की मांगे जायज हैं. उनकी मांगे मानी जाएं. यह भी पढ़ें- किसान क्रांति यात्रा: राजधानी में सुरक्षा व्यस्था चाकचौबंद, पूर्वी दिल्ली में धारा 144 लागू, जानें क्या है किसानों की मांग

आम आदमी पार्टी ने अपने आधिकारी ट्वीटर हैंडल पर एक कार्टून शेयर करते हुए बीजेपी पर हमला किया है. साथ ही लिखा गया है "अन्नदाता त्रस्त है... देश का सत्ताधीश अपने दोस्तों में मस्त है"

सपा अध्‍यक्ष अखिलेश यादव ने भी मोदी सरकार पर निशाना साधा है. सपा अध्‍यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा 'यह सरकार किसानों से किए गए अपने वादे पूरे नहीं कर रही है. तो यह स्‍वाभाविक है कि किसान इसके लिए आंदोलन करेंगे. यह दुर्भाग्‍यपूर्ण है और हम इसके लिए किसानों का पूरा समर्थन करते हैं.' यह भी पढ़ें- किसान क्रांति यात्रा: दिल्ली बॉर्डर पर पुलिस और किसानों के बीच घमासान, वाटर कैनन का इस्तेमाल

कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी ने भी  सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि "इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि केंद्र सरकार किसान विरोधी है. किसानों की मांग सुनने की बजाय सरकार ने उनके साथ दुर्व्यवहार  किया. ऐसा आजाद भारत में आज तक कभी नहीं हुआ."

बता दें कि 23 सितंबर को हरिद्वार से निकले हजारों किसानों को मंगलवार को राजधानी दिल्ली में एंट्री करने से पहले यूपी बॉर्डर पर ही रोक लिया गया. इस बीच इस मार्च के दौरान हिंसा की खबर भी आई. यूपी-दिल्ली बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने वॉटर कैनन का इस्तेमाल भी किया.

गौरतलब हो कि प्रशासन की ओर से किसानों को दिल्ली में दाखिल होने की इजाजत नहीं दी गई है. इसके बावजूद किसान राजधानी में घुसने की कोशिश कर रहे हैं.

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