नई दिल्ली: कर्ज माफी, फसल की वाजिब कीमतों और बिजली बिल की दर में कटौती सहित कई अन्य मांगों को लेकर राजधानी दिल्ली की सीमा में घुसने की कोशिश कर रहे किसानों के ऊपर मंगवार की सुबह लाठीचार्ज, हवाई फायरिंग और आंसू गैस के गोले छोड़े गए. अन्नदाताओं के विरोध में उठाए गए इस कदम से विपक्ष को केंद्र सरकार पर हमलावर हो गया है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने घटना पर बीजेपी को घेरते हुए कहा कि अब किसान देश की राजधानी आकर अपना दर्द भी नहीं सुना सकते.
घटना पर पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्विटर पर केंद्र सरकार के विरोध में लिखा "विश्व अहिंसा दिवस पर BJP का दो-वर्षीय गांधी जयंती समारोह शांतिपूर्वक दिल्ली आ रहे किसानों की बर्बर पिटाई से शुरू हुआ अब किसान देश की राजधानी आकर अपना दर्द भी नहीं सुना सकते"
विश्व अहिंसा दिवस पर BJP का दो-वर्षीय गांधी जयंती समारोह शांतिपूर्वक दिल्ली आ रहे किसानों की बर्बर पिटाई से शुरू हुआ।
अब किसान देश की राजधानी आकर अपना दर्द भी नहीं सुना सकते! #KisanKrantiYatra
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 2, 2018
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी घटना को सरकार पर हमला बोला है. सीएम केजरीवाल ने अपने ट्वीट में लिखा "दिल्ली सबकी है. किसानों को दिल्ली में आने से नहीं रोका जा सकता. किसानों की मांगे जायज हैं. उनकी मांगे मानी जाएं. यह भी पढ़ें- किसान क्रांति यात्रा: राजधानी में सुरक्षा व्यस्था चाकचौबंद, पूर्वी दिल्ली में धारा 144 लागू, जानें क्या है किसानों की मांग
दिल्ली सबकी है। किसानों को दिल्ली में आने से नहीं रोका जा सकता। किसानों की माँगे जायज़ हैं। उनकी माँगें मानी जायें।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) October 2, 2018
आम आदमी पार्टी ने अपने आधिकारी ट्वीटर हैंडल पर एक कार्टून शेयर करते हुए बीजेपी पर हमला किया है. साथ ही लिखा गया है "अन्नदाता त्रस्त है... देश का सत्ताधीश अपने दोस्तों में मस्त है"
अन्नदाता त्रस्त है...
देश का सत्ताधीश अपने दोस्तों में मस्त है ! pic.twitter.com/gFsEHbOLhI
— AAP (@AamAadmiParty) October 2, 2018
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी मोदी सरकार पर निशाना साधा है. सपा अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा 'यह सरकार किसानों से किए गए अपने वादे पूरे नहीं कर रही है. तो यह स्वाभाविक है कि किसान इसके लिए आंदोलन करेंगे. यह दुर्भाग्यपूर्ण है और हम इसके लिए किसानों का पूरा समर्थन करते हैं.' यह भी पढ़ें- किसान क्रांति यात्रा: दिल्ली बॉर्डर पर पुलिस और किसानों के बीच घमासान, वाटर कैनन का इस्तेमाल
This Govt has not fulfilled the promises it made to farmers, so it is all but natural that farmers would protest. It is unfortunate and we fully support the farmers: Akhilesh Yadav on #Kisankrantiyatra pic.twitter.com/sWjCtl8hdu
— ANI UP (@ANINewsUP) October 2, 2018
कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी ने भी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि "इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि केंद्र सरकार किसान विरोधी है. किसानों की मांग सुनने की बजाय सरकार ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया. ऐसा आजाद भारत में आज तक कभी नहीं हुआ."
It reconfirms the fact that Modi govt is anti-farmers. Instead of providing relief to farmers they are exasperating the crisis further forcing farmers to be under debt burden&distress suicides. We haven't seen such an agrarian distress in India since independence: Sitaram Yechury pic.twitter.com/GPa3cIEfbx
— ANI (@ANI) October 2, 2018
बता दें कि 23 सितंबर को हरिद्वार से निकले हजारों किसानों को मंगलवार को राजधानी दिल्ली में एंट्री करने से पहले यूपी बॉर्डर पर ही रोक लिया गया. इस बीच इस मार्च के दौरान हिंसा की खबर भी आई. यूपी-दिल्ली बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने वॉटर कैनन का इस्तेमाल भी किया.
गौरतलब हो कि प्रशासन की ओर से किसानों को दिल्ली में दाखिल होने की इजाजत नहीं दी गई है. इसके बावजूद किसान राजधानी में घुसने की कोशिश कर रहे हैं.