Kerala: केंद्र के भेदभावपूर्ण रवैये के खिलाफ हमारे पास सुप्रीम कोर्ट जाने के अलावा कोई विकल्प नहीं था- सीएम पिनाराई विजयन
केरल सरकार द्वारा केंद्र पर वित्त में हस्तक्षेप का आरोप लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने के एक दिन बाद मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा कि उनके पास कोई अन्य विकल्प नहीं है.
तिरुवनंतपुरम, 14 दिसंबर : केरल सरकार द्वारा केंद्र पर वित्त में हस्तक्षेप का आरोप लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने के एक दिन बाद मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा कि उनके पास कोई अन्य विकल्प नहीं है.
“केंद्र संघीय नीतियों के खिलाफ काम कर रहा है, जो हमेशा से प्रचलन में रही हैं, लेकिन केंद्र अब केरल का गला घोंट रहा है, खासकर जब उधार लेने की बात आती है. सीएम विजयन ने कहा, ''हमारे पास सुप्रीम कोर्ट जाने के अलावा कोई विकल्प नहीं था.'' यह भी पढ़ें : Bihar: अंचलाधिकारी सहित 3 लोगों पर सामूहिक दुष्कर्म के आरोप में केस दर्ज
केरल सरकार ने बुधवार को एक याचिका में संविधान के कई प्रावधानों के तहत राज्य के अपने वित्त को विनियमित करने की शक्तियों में हस्तक्षेप करने के केंद्र सरकार के अधिकार पर सवाल उठाए. सीएम विजयन ने कहा, "राज्य के पास अनुच्छेद 199 के तहत अपनी उधारी पर कानून बनाने और संविधान के अनुसार उसका प्रबंधन करने की संवैधानिक शक्ति है, लेकिन केंद्र सही काम नहीं कर रहा है."