केरल: बारिश-बाढ़ की तबाही, अब तक 324 लोगों की मौत, पीएम मोदी ने किया हवाई सर्वेक्षण

केरल में शुक्रवार को 10 दिनों से लगातार हो रही बारिश और बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 174 हो चुकी है. अधिकारियों ने बारिश कम होने के बाद अपने बचाव अभियान को जारी रखा और कई लोगों को सुरक्षित बचाकर राहत शिविरों तक लाया गया

केरल में बाढ़ से प्रभावित इलाके (Photo Credits PTI)

तिरुवनंतपुरम: केरल में शुक्रवार को 10 दिनों से लगातार हो रही बारिश और बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 174 हो चुकी है. अधिकारियों ने बारिश कम होने के बाद अपने बचाव अभियान को जारी रखा और कई लोगों को सुरक्षित बचाकर राहत शिविरों तक लाया गया. मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने शुक्रवार सुबह मृतकों की संख्या 164 बताई थी, लेकिन बाद में इसे बढ़ाकर 174 कर दिया गया. 8 अगस्त तक लगभग 2.40 लाख लोगों को 1,568 राहत शिविरों में स्थानांतरित किया जा चुका था.

केरल सरकार ने एक बयान में कहा, "गत 10 दिनों से लगातार हो रही बारिश से शुक्रवार तक 174 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. 14 जिलों में से 12 जिलों में रेडअलर्ट जारी किया गया है. बयान के अनुसार, "कासरगोड़ और तिरुवनंतपुरम जिलों में शुक्रवार को रेडअलर्ट हटा लिया गया था."

पीएम मोदी का दौरा:

इस बीच हालात का जायजा लेने पीएम मोदी कोच्ची पहुंच गए हैं.  पीएम मोदी बाढ़ प्रभावित इलाकों का करेंगे हवाई सर्वेक्षण करेंगे.

राहुल गांधी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से किया मदद का आह्वान:

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने केरल और कर्नाटक में बाढ़ से हुए जानमाल के भारी नुकसान पर आज दुख जताया और राज्य के पार्टी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे प्रभावित लोगों की मदद के लिए आगे बढ़ें.

 

दिल्ली सरकार देगी 10 करोड़:

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एलान किया है कि उनकी सरकार राहत और बचाव कार्य के लिए केरल सरकार को 10 करोड़ रुपये देगी.

बता दें कि 50 हजार परिवारों के करीब 2.23 लाख लोग इस समय बेघर हैं, जो राज्य भर में बने 1568 राहत शिविरों में रह रहे हैं.

हजारों लोग अभी भी ऊंची इमारतों पर बैठे हैं और बचाए जाने की प्रतीक्षा कर रहे हैं. अकेले एर्नाकुलम और त्रिशूर शिविरों में 50,000 से अधिक लोग फंसे हैं.

कई जिलों में शुक्रवार सुबह से तेज बारिश से राहत मिली है, लेकिन इडुक्की स्थित बड़े बांधों से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है.

मंत्रिमंडल सचिव पी.के. सिन्हा ने शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए केरल व तमिलनाडु के मुख्य सचिवों के साथ बैठक की.

सिन्हा ने थल, जल और वायु सेना, एनडीआरएफ और विभिन्न एजेंसियों को केरल में जरूरी सहायता पहुंचाने के निर्देश दिए.

उन्होंने इसके साथ ही इन एजेंसियों को नाव, हेलीकॉप्टर, लाइफ जैकेट, रेन कोट इत्यादि सामना भी मुहैया कराने के आदेश दिए.

गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "केंद्र ने अब तक केरल में 339 मोटर बोट, 2800 लाइफ जैकेट, 1400 लाईफ ब्वॉय, 27 लाईट टॉवर्स, 1000 रेनकोट वितरित किए हैं."

बयान के अनुसार, 1 लाख खाद्य पैकेट को वितरित किया गया है और अन्य 1 लाख खाद्य पैकेट की आपूर्ति की व्यवस्था की जा रही है.

रेलवे ने भी अभी तक 1,20,000 पानी के बोतल मुहैया कराए हैं और इसके अतिरिक्त इतने ही और बोतलों की व्यवस्था की जा रही है.

मंत्रालय ने कहा कि 2.9 लाख लीटर पीने के पानी को लेकर विशेष ट्रेन को भेजा गया है, जोकि शनिवार को कायाकुलम पहुंचेगी.

भारतीय नौसेना ने गोताखोर सदस्यों के साथ अपनी 51 नौकाओं को तैनात किया है। वहीं 1000 लाईफ जैकेट और 1300 रबड़ के जूते केरल भेजा गया है। इसके साथ ही शुक्रवार को 1600 खाद्य पैकेट को विमान से नीचे गिराया गया था.

बयान के अनुसार, भारतीय वायुसेना ने 23 हेलीकॉप्टर, 11 ट्रांसपोर्ट विमानों को तैनात किया है। थल सेना ने 10 टुकड़ियों, 10 इंजीनियरिंग टास्क फोर्स, 60 नौकाओं और 100 लाइफ जैकेट को सेवा पर लगाया है। एनडीआरएफ ने 43 राहत टीमों और 163 नौकाओं को अन्य सामग्रियों के साथ काम पर लगाया है.

जिन क्षेत्रों में टेलीफोन संपर्क कट गया है, केरल सरकार ने वहां के लोगों को संचार के लिए वी-सैट का प्रयोग करने की सलाह दी है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को फोन पर के साथ बाढ़ की स्थिति पर चर्चा की और कहा कि वह स्थिति का जायजा लेने के लिए शनिवार को हवाई सर्वेक्षण करेंगे.

With IANS input

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