Kedarnath Temple Case: गर्भगृह में चल रही थी सोने की पॉलिश, तीर्थ पुरोहितों ने रुकवाया काम
जानकारी के मुताबिक, आज सुबह केदारनाथ मंदिर के गर्भ गृह में सोने की पॉलिश का काम किया जा रहा था. इसकी भनक लगते ही केदारनाथ के तीर्थ पुरोहितों ने यह काम रुकवा दिया है. केदारसभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, विनोद शुक्ला, बगवाड़ी आदि तीर्थ पुरोहितों ने विरोध किया और जांच की मांग की.
केदारनाथ: केदारनाथ में कुछ दिनों पहले ही यहां के तीर्थ पुरोहितों ने गंभीर आरोप लगाए थे. चारधाम महापंचायत उपाध्यक्ष और केदारनाथ के वरिष्ठ तीर्थ पुरोहित आचार्य संतोष त्रिवेदी ने बीकेटीसी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. केदारनाथ के तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि केदारनाथ मंदिर के गर्भ गृह में लगाया गया सोना, पीतल में बदल गया है. उन्होंने अधिकारी एवं मंदिर समिति को घेरते हुए कहा कि इसमें सवा अरब रुपये का घोटाला किया गया.
अब उसी केदारनाथ मंदिर के गर्भ गृह में सोने की पॉलिश की जा रही है. रविवार को तीर्थ पुरोहितों को जब इस पॉलिश करने का पता चला तो काम रुकवा दिया गया. मंदिर के गर्भ गृह में करोड़ों के गोल्ड के पीतल में तब्दील होने की खबरों के बाद अब सोने की पॉलिश से नया बखेड़ा शुरू हो गया है. Uttarakhand IMD Heavy Rain Alert: उत्तराखंड में हो सकती है भारी बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया ऑरेंज अलर्ट, बिजली चमकने के साथ ओले भी पड़ सकते हैं!
जानकारी के मुताबिक, आज सुबह केदारनाथ मंदिर के गर्भ गृह में सोने की पॉलिश का काम किया जा रहा था. इसकी भनक लगते ही केदारनाथ के तीर्थ पुरोहितों ने यह काम रुकवा दिया है. केदारसभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, विनोद शुक्ला, बगवाड़ी आदि तीर्थ पुरोहितों ने विरोध किया और जांच की मांग की.
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले आचार्य संतोष त्रिवेदी ने ही आरोप लगाया था कि गर्भ गृह में लगा सोना अब पीतल में तब्दील हो गया है.
संतोष त्रिवेदी ने कहा कि बीकेटीसी, सरकार और प्रशासन जिसने भी ये कार्य किए हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए. उनका आरोप है कि बीकेटीसी ने सोना लगाने से पहले इसकी जांच क्यों नहीं कराई? जब लगातार तीर्थ पुरोहित सोना लगाने का विरोध करे रहे थे, बावजूद जबरन यह कार्य किया गया. सोने के नाम पर महज पीतल पर पानी चढ़ाया गया है. संतोष त्रिवेदी कहा कि यदि इसमें जांच कर दोषियों पर कार्रवाई नहीं की गई तो तीर्थपुरोहित उग्र आंदोलन करेंगे.
दूसरी तरफ, बीकेटीसी के कार्याधिकारी आरसी तिवारी ने इसका खंडन करते हुए बाकायदा इसका खंडन पत्र जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह की दीवारों एवं जलेरी को स्वर्ण जड़ित करावाए जाने का काम पिछले वर्ष एक दानी दाता के सहयोग से किया गया.