कश्मीरी कारोबारी जहूर अहमद के बारे में ED का बड़ा खुलासा, मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद से मिला था पैसा

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कश्मीरी व्यापारी जहूर अहमद वटाली की राष्ट्रीय राजधानी सहित देश भर में 24 संपत्तियों की पहचान की है और इन्हें कथित तौर पर 26/11 मुंबई आतंकवादी हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद (Hafiz Saeed) से प्राप्त हुए धन से खरीदा गया है

प्रतीकात्मक तस्वीर (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कश्मीरी व्यापारी जहूर अहमद वटाली की राष्ट्रीय राजधानी सहित देश भर में 24 संपत्तियों की पहचान की है और इन्हें कथित तौर पर 26/11 मुंबई आतंकवादी हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद (Hafiz Saeed) से प्राप्त हुए धन से खरीदा गया है.राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने वटाली को अगस्त 2017 में गिरफ्तार किया था. वह वर्तमान में तिहाड़ जेल में है. प्रवर्तन निदेशालय ने सोमवार को हरियाणा के गुरुग्राम में वटाली की 1.3 करोड़ रुपये मूल्य की अचल संपत्ति जब्त कर ली। यह कार्रवाई धनशोधन रोकथाम अधिनियम के तहत की गई.

वित्तीय जांच एजेंसी सईद व सैयद सलाहुद्दीन व अन्य के खिलाफ मामलों की जांच कर रही है. सईद लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) व जमात-उद-दावा (जेयूडी) का संस्थापक है। सैयद सलाहुद्दी हिजबुल मुजाहिदीन (एचयूएम) का प्रमुख है. ईडी के सूत्रों ने आईएएनएस से कहा, "हमने वटाली की 24 संपत्तियों की पहचान की है, जिसे दिल्ली, हरियाणा व उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों में खरीदा गया है।"

उन्होंने इन संपत्तियों की जानकारी साझा करने से इनकार किया. इन कथित संपत्तियों की कीमत 15 करोड़ रुपये से ज्यादा है। सूत्र ने दावा किया कि वटाली को 'उसकी सेवाओं' के लिए संपत्तियों के लिए धन प्राप्त हुआ. एजेंसी ने इससे पहले दावा किया था कि वटाली के घर से बरामद दस्तावेजों से पता चलता है कि उसे सईद, पाकिस्तान की इंटर-सर्विसिस इंटेलिजेंस (आईएसआई), नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग व दुबई स्थित सूत्रों से धन प्राप्त हुआ था.

सूत्र ने कहा कि वटाली का पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों, आतंकवादी समूहों व इसके अलावा सईद व सलाहुद्दीन से बहुत अच्छे संबंध थे.सूत्र ने कहा कि वटाली सीमा पार अपने आकाओं से कश्मीर घाटी में अलगाववादी नेताओं को धन देने के लिए निर्देश प्राप्त करता था. इससे पहले आईएएनएस ने आठ मार्च को ईडी द्वारा छह लोगों व कई एनजीओ की पहचान की, जिन्होंने पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी समूहों से प्राप्त धन से संपत्तियां खरीदी. ईडी ने एनआईए द्वारा मई 2017 में जम्मू एवं कश्मीर में अशांति फैलाने को लेकर दर्ज किए गए मामले के आधार पर धनशोधन का मामला दर्ज किया था.

आंतकवाद रोधी एजेंसी ने बीते साल 18 जनवरी को 12 लोगों के खिलाफ आरोप-पत्र दायर किए थे। इसमें सईद व सलाहुद्दीन, सात कश्मीरी अलगाववादी नेता और अन्य आतंकी फंडिंग में शामिल लोग थे. ईडी ने 2018 में दुबई के हवाला संचालक नवल किशोर कपूर से भी पूछताछ की थी। कपूर वर्तमान में तिहाड़ सेंट्रल जेल में बंद है. कपूर को एनआईए ने 16 जुलाई को गिरफ्तार किया था. ईडी सूत्रों के अनुसार, कपूर से पूछताछ की जरूरत है, क्योंकि एनआईए की जांच में उसके व कश्मीरी व्यापारी वटाली के बीच एक लीज एग्रीमेंट के समझौते पर हस्ताक्षर होने का खुलासा हुआ था.

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