बेंगलुरू: कर्नाटक के चामराजनगर जिले (Chamarajanagar District) में एक मंदिर (Temple) के प्रसाद में जहर (poison) मिलाने के मामले में पुलिस ने बुधवार को एक स्थानीय महंत के साथ तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया. इन लोगों को मंदिर प्रबंधन की छवि को नुकसान पहुंचाने और मंदिर का नियंत्रण हासिल करने की कोशिश में श्रद्धालुओं की हत्या की साजिश रचने के आरोपों में गिरफ्तार किया गया है. दक्षिण जोन के आईजीपी (IGP South Zone) के वी शरत चंद्र (Sharath Chandra) ने बताया कि 52 वर्षीय महंत तथा उसके साथियों एक महिला, उसके पति तथा उसके दोस्त को आईपीसी की धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया है.
शरत चंद्र का कहना है कि मंदिर में प्रसाद खाने के बाद 13 लोगों की मौत हो गई थी. उन्होंने यह संदेह जताया है कि मंदिर पर नियंत्रण पाने के मकसद से ही प्रसाद में जहर मिलाने की इस घटना को अंजाम दिया गया और इस मामले में अब तक 4 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
Sharath Chandra, IGP South Zone on 13 deaths after consuming prasad at Chamarajanagar temple, #Karnataka: This was done to get control over the temple. So far four persons have been arrested. It is suspected that poison was mixed with the prasad. pic.twitter.com/0OdkCgXYk8
— ANI (@ANI) December 19, 2018
आईजी ने बताया कि महंत 2017 तक मंदिर न्यास के नियंत्रण में थे, लेकिन बाद में उनकी अनदेखी कर दी गई जिससे वो गुस्सा हो गए. उन्होंने बताया कि महंत की तरफ से 35 वर्षीय महिला ने कथित तौर पर कीटनाशक का बंदोबस्त किया और उसके पति तथा दोस्त ने प्रसाद बनाते समय उसमें जहर मिलाया. यह भी पढ़ें: सबरीमाला मंदिर: ट्रांसजेंडर समुदाय के 4 सदस्य को लोगों ने प्रवेश से रोका, किया उपहास
गौरतलब है कि बीते 14 दिसंबर को सुलावाडी में जहर मिला प्रसाद खाने के बाद 13 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि जहरीले प्रसाद के सेवन से 100 से अधिक लोगों की तबीयत बिगड़ गई थी. जिसके बाद उन्हें फौरन अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका उपचार किया जा रहा है.