कर्नाटक का सियासी नाटक जारी: सीएम कुमारस्वामी का आरोप- अभी भी चल रहा है ऑपरेशन लोटस, येदियुरप्पा ने किया पलटवार

कर्नाटक का राजनैतिक ड्रामा फिलहाल खत्म होता नहीं दिख रहा है. सत्तारूढ़ कांग्रेस और जनता दल सेक्युलर (JDS) लगातार बीजेपी पर 'ऑपरेशन कमल' चलाने का आरोप लगा रही है. वहीं बीजेपी इन आरोपों को खारिज करते हुए कह रही है कि वह सरकार को अस्थिर करने की कोई कोशिश नहीं कर रही है.

सीएम कुमारस्वामी और बीएस येदियुरप्पा (Photo Credit-PTI/Facebook)

कर्नाटक का राजनैतिक ड्रामा फिलहाल खत्म होता नहीं दिख रहा है. सत्तारूढ़ कांग्रेस और जनता दल सेक्युलर (JDS) लगातार बीजेपी पर 'ऑपरेशन लोटस' चलाने का आरोप लगा रही है. वहीं बीजेपी इन आरोपों को खारिज करते हुए कह रही है कि वह सरकार को अस्थिर करने की कोई कोशिश नहीं कर रही है. शनिवार को राज्य के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी (H D Kumaraswamy) ने एक बार फिर बीजेपी पर विधायक को खरीदने का आरोप लगाया है. जिसपर पलटवार करते हुए बीजेपी ने कहा कि विधायकों को जोड़े रखना उनकी जिम्मेदारी है. बीजेपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने कहा कि उनके (कांग्रेस) विधायक ही उन्हें छोड़कर भाग रहे हैं, इसमें हम क्या कर सकते हैं.

मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने कहा, ''बीजेपी राज्य में ऑपरेशन लोटस चला रही है. गुरुवार रात को भी उन्होंने हमारे एक और विधायक को खरीदने के लिए बड़ी रकम का ऑफर दिया था. जब इस बड़े ऑफर के बारे में जानेंगे तो आप भी चौंक जाएंगे, लेकिन हमारे विधायक ने इसे लेने से साफ इनकार कर दिया. विधायक ने उनसे साफ कह दिया है कि उसे इसकी जरूरत नहीं है और दोबारा इस तरह की कोशिश भी न करें.''

वहीं बीजेपी नेता और पूर्व सीएम येदियुरप्पा (BS Yeddyurappa) ने कुमारस्वामी के सभी आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कह कहा, ''हम कोई ऑपरेशन लोटस नहीं चला रहे हैं. उनके विधायक ही उनकी आंतरिक लड़ाई से परेशान होकर उन्हें छोड़कर भागने की कोशिश में हैं. यह उनका काम है कि वे अपने विधायकों को पकड़कर रखें. वे हम पर आरोप लगाना बंद करें. हम 104 और 2 निर्दलीय विधायक के साथ विपक्ष में हैं.'' यह भी पढ़ें- मध्यप्रदेश: सीएम कमलनाथ ने बीजेपी पर लगाया सरकार अस्थिर करने का आरोप, कहा- कांग्रेस के 5 विधायकों को दिया गया ऑफर

बता दें कि यह पहला मौका नहीं है, जब कांग्रेस और जेडीएस ने बीजेपी पर सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाया है. इससे पहले दो निर्दलीय विधायकों ने गठबंधन सरकार से समर्थन वापस ले लिया था. पिछले दिनों कांग्रेस ने विधायक दल की बैठक बुलाई थी. इसमें पार्टी के चार विधायक शामिल नहीं हुए थे. माना जा रहा है कि कांग्रेस के कुछ विधायक भी इस्तीफा दे सकते हैं. कर्नाटक के अलावा मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार ने भी बीजेपी पर ऑपरेशन लोटस चलाने का आरोप लगाया है.

क्या है ऑपरेशन लोटस

साल 2018 विधानसभा चुनाव में कर्नाटक में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला था. बीजेपी को 110, कांग्रेस को 80, जेडीएस को 28 और निर्दलीय को 6 सीटें मिली थीं. मोदी लहर के बाद बीजेपी की सीटें कर्नाटक में सबसे ज्यादा रही थीं, मगर वह सरकार नहीं बना पाई. वहीं 80 विधायक लाने वाली कांग्रेस ने 37 विधायक वाली जनता दल सेक्यूलर के साथ गठबंधन कर लिया और सरकार बनाने का दावा पेश किया. हालांकि, राज्यपाल ने गठबंधन को दरकिनार करके सबसे ज्यादा सीटें लाने वाली बीजेपी को सरकार बनाने का न्योता दिया और बहुमत साबित करने के लिए दो सप्ताह का समय दिया गया.

इससे पहले ही मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा और पंद्रह दिनों का समय अचानक एक दिन कर दिया गया. फिर अंत में जाकर येदियुरप्पा बहुमत साबित करने से पहले ही एक भाषण देकर उन्होंने इस्तीफा दे दिया. इस चुनावी परिणाम के बाद जो सियासी नाकट देखने को मिले, उसे कर्नाटक की राजनीति में ऑपरेशन लोटस 2.0 के नामे जाना जाता है. इस दौरान कांग्रेस के विधायकों को सुरक्षित रखने की कमान डीके शिवकुमार के हाथों में थी. इस तरह से बीजेपी का ऑपरेशन लोटस 2.0 भी कामयाब नहीं हो पाया था.

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