Kangana Ranaut on Bangladesh Violence: कंगना रनौत ने कहा, बांग्लादेश जैसे हालात को रोकने के लिए सनातन धर्म का प्रचार-प्रसार जरूरी
Credit -ANI

शिमला, 6 अगस्त : बॉलीवुड अभिनेत्री व बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने मंगलवार को हिमाचल प्रदेश में बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा करने के दौरान पत्रकारों से बातचीत में बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति पर चिंता व्यक्त की. उन्होंने कहा कि अगर समय रहते हमने कदम नहीं उठाया, तो ऐसी स्थिति भारत में भी पैदा हो जाएगी. कंगना ने कहा, पिछले कुछ वर्षों से देखने को मिल रहा है कि भारत में भी इस्लामिक शक्तियां सक्रिय हो रही हैं. हमें पूरी कोशिश करनी है कि भारत में कभी-भी ऐसी शक्तियां सिर ना उठा सके.

कंगना ने कहा कि हमें भारत में सनातन को मजबूत करना होगा और सभी लोगों को इसके लिए जागरूक भी. उन्होंने कहा, “बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदाय के लोग भय के माहौल में जीने को बाध्य हैं. वहां ईसाई और हिंदुओं को लगातार धमकाया जा रहा है. पहले भारत का बांग्लादेश के साथ मधुर संबंध था, लेकिन अब इस राजनीतिक संग्राम के बाद हमारे रिश्ते बांग्लादेश के साथ भी जटिल हो चुके हैं. वहां आने वाले दिनों में इस्लामिक शक्तियां और ज्यादा उग्र होंगी.” यह भी पढ़ें : एनसीईआरटी की किताबों से संविधान की प्रस्तावना हटाने के आरोप निराधार : शिक्षा मंत्री प्रधान

उन्होंने आगे कहा, “बांग्लादेश में लगातार अल्पसंख्यकों पर अत्याचार बढ़ रहे हैं. कभी उन पर हमले किए जाते हैं, तो कभी उनके घरों को निशाना बनाया जा रहा है. इनकी गुहार सुनने वाला कोई नहीं. ना ही वहां की पुलिस और ना ही प्रशासन. इसलिए मैं इस बात पर जोर देती हूं कि हम सभी को समस्त विश्व में सनातन का झंडा बुलंद करना चाहिए. इस घटना से हमें सीख लेनी चाहिए कि सनातन हम सभी के लिए कितना जरूरी हो जाता है. खासकर, वे लोग जो सनातन को उपेक्षित करते हैं, ऐसे लोगों को बांग्लादेश की घटना को ध्यान में रखते हुए आत्मचिंतन करना चाहिए.”

उन्होंने कहा, “हमें उन लोगों से भी सतर्क रहने की आवश्यकता है, जो अंतरराष्ट्रीय शक्तियों से प्रेरित होकर राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में संलिप्त लोगों के लिए सत्ता में पहुंचने का मार्ग प्रशस्त करते हैं. इसके अलावा, हमारे आसपास जिस तरह से लोगों को भटकाया जा रहा है, उसे ध्यान में रखते हुए भी हमें सतर्क रहने की आवश्यकता है. अगर हम मौजूदा समय में सतर्क नहीं हुए, तो इसके दुष्परिणाम हमें आगामी दिनों में भुगतने पड़ सकते हैं.” बता दें कि सोमवार को शेख हसीना पीएम पद से इस्तीफा देने के बाद भारत पहुंचीं. इसके बाद, भारत की राजनीति में भी हलचल तेज हो गई है.