उत्तर प्रदेश (UP) की राजधानी लखनऊ (Lucknow) में हुई कमलेश तिवारी (Kamlesh Tiwari ) की हत्या के बाद जांच में हर दिन हैरान कर देने वाले खुलासे हो रहे हैं. जांच के दौरान पता चला है कि वांटेड हत्या का आरोपी शेख अशफाक हुसैन ने रोहित सोलंकी बनकर अपनी फर्जी आईडी बनाई थी. फर्जी आईडी के माध्यम से उसने कमलेश तिवारी से संपर्क साधा था. रोहित सोलंकी बनकर अशफाक उनसे चैट करता था. इसी चैट के दौरान उसने कमलेश तिवारी से मिलने का वक्त मांगा था. बता दें कि असफाक इतना शातिर था कि आईडी बनाने से पहले उसने अपना फेसबुक अकाउंट डिलीट कर दिया था. हत्या के बाद जब पुलिस ने जांच शुरू किया तो पाया कि रोहित सोलंकी बनकर कमलेश तिवारी और उनकी पार्टी के लोगों से अशफाक ही बात करता था.
कमलेश तिवारी (Kamlesh Tiwari ) की हत्या 18 अक्टूबर को हुई थी. हत्या के महज 24 घंटो के भीतर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था. जिनके तार सुरत से जुड़े थे. इस दौरान हुसैन और मोइनुद्दीन पठान की मुख्य हमलावरों के रूप में पहचान की गई है. उनकी पहचान की पुष्टि जिस होटल में वे ठहरे थे उसके सीसीटीवी फुटेज के जरिए की गई है और पुलिस ने उनके कमरे से खून के धब्बों वाला कपड़ा व एक तौलिया बरामद किया है. पुलिस ने गुजरात के सुरत से मौलाना मोहसिन शेख, फैजान और राशिद अहमद पठान को हिरासत में लिया है.
वहीं दो लोगों की तस्वीर जारी किया है. पुलिस ने जिन दो लोगों की तस्वीर को जारी किया है उनके नाम शफाक और दूसरे का नाम मोइनुद्दीन है. जिनकी तलाश की जा रही है. गौरतलब हो कि साल 2015 में पैगंबर मोहम्मद के बारे में विवादास्पद बयान देने के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया और उन पर नेशनल सिक्युरिटी एक्ट (NSA) लगाया गया था. कमलेश तिवारी ने जनवरी 2017 में हिंदू समाज पार्टी का गठन किया था और उन्हें विवादास्पद टिप्पणियों के लिए जाना जाता था.