‘सर्जिकल स्ट्राइक दिवस’ मनाने को लेकर जेएनयू का बड़ा फैसला, कहा-स्वागत है...
जेएनयू के कुलपति एम जगदीश कुमार ने इस सर्कुलर का स्वागत किया. उन्होंने टि्वटर पर पोस्ट किया, ‘‘विश्वविद्यालयों द्वारा 29 सितंबर 2018 को ‘सर्जिकल स्ट्राइक दिवस’ मनाना सैन्य बलों को के प्रति अपना सम्मान दिखाने हेतु स्वागत योग्य कदम है.
नई दिल्ली. जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) ने शुक्रवार को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के उस सर्कुलर का स्वागत किया जिसमें देशभर के विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षण संस्थानों से 29 सितंबर को ‘सर्जिकल स्ट्राइक दिवस’ मनाने को कहा गया है. उधर, जामिया मिल्लिया इस्लामिया ने कहा कि वह ‘‘सोमवार को कार्यक्रम को अंतिम रूप’’ देगा. यूजीसी द्वारा गुरुवार को जारी सर्कुलर ने राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया है.
पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि वह राज्य में इस सर्कुलर का पालन नहीं करेगी. तृणमूल और कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि यह कदम भाजपा के राजनीतिक एजेंडे का हिस्सा है। हालांकि केन्द्र ने इसे देशभक्ति बताया है. यह भी पढ़े-सर्जिकल स्ट्राइक करने वाले अफसर का बड़ा बयान, कहा- राजनीतिक नेतृत्व ने लिया था हमला करने का फैसला
जेएनयू के कुलपति एम जगदीश कुमार ने इस सर्कुलर का स्वागत किया. उन्होंने टि्वटर पर पोस्ट किया, ‘‘विश्वविद्यालयों द्वारा 29 सितंबर 2018 को ‘सर्जिकल स्ट्राइक दिवस’ मनाना सैन्य बलों को के प्रति अपना सम्मान दिखाने हेतु स्वागत योग्य कदम है. जेएनयू को अपने रक्षा बलों पर गर्व है क्योंकि भारत के छह प्रमुख रक्षा संस्थानों से स्नातक अधिकारी हमारे पूर्व छात्र हैं.’’
जामिया मिल्लिया इस्लामिया के एक प्रवक्ता ने कहा कि कार्यक्रम को सोमवार को अंतिम रूप दिया जाएगा.