JNU हिंसाः प्रदर्शन में शामिल जेएनयू के कई छात्र हुए जख्मी
फीस वृद्धि और कुलपति के खिलाफ गुरुवार को हुए प्रदर्शन में शामिल जेएनयू के कुछ छात्र-छात्राएं पुलिस की लाठी से जख्मी हो गए. एक छात्र के सिर में चोट आई, जिससे वह लहूलुहान हो गया. वहीं एक अन्य छात्रा बेहोश हो गई.
फीस वृद्धि और कुलपति के खिलाफ गुरुवार को हुए प्रदर्शन में शामिल जेएनयू के कुछ छात्र-छात्राएं पुलिस की लाठी से जख्मी हो गए. एक छात्र के सिर में चोट आई, जिससे वह लहूलुहान हो गया. वहीं एक अन्य छात्रा बेहोश हो गई. बेहोश छात्रा को एंबुलेंस से राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया. जख्मी हुए छात्रों का कहना है कि पुलिस ने तितर-बितर करने के लिए लाठी से उनकी पिटाई की और जख्मी हालत में ही बसों में भरकर प्रदर्शन स्थल से खदेड़ने की कोशिश की गई. वे अपने साथियों को जख्मी देखने के बाद घटनास्थल पर एकत्र हुए. पुलिस से नाराज छात्रों ने 'दिल्ली पुलिस मुदार्बाद' के नारे लगाए. जख्मी हुए सभी छात्रों को राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया. सिर पर चोट आने से जख्मी हुए छात्र की पहचान 21 वर्षीय शिवांग के रूप में की गई है. शिवांग का कहना है कि वह मंडी हाउस से शास्त्री भवन तक प्रदर्शन में शामिल था. प्रदर्शन से लौटते समय कुछ पुलिस वालों ने उस पर लाठी से हमला किया, जिससे उसे चोट आई.
शिवांग के अलावा जामिया मिल्लिया इस्लामिया से आईं दो छात्राओं ने भी मारपीट का आरोप लगाया है। इनमें से एक छात्रा शास्त्री भवन से लौटते समय जनपथ मार्ग पर बेहोश हो गईं. छात्रा को घटनास्थल पर मौजूद उसके कुछ सहयोगी समीप ही खड़ी एंबुलेंस तक ले गए. एंबुलेंस में छात्राओं को प्राथमिक उपचार दिया गया, लेकिन स्थिति में सुधार ना होने के पर छात्रा को राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया. इस दौरान वरिष्ठ पुलिस अधिकारी आनंद मोहन अन्य पुलिसकर्मियों के साथ जनपथ मार्ग पर आए. हालांकि उन्होंने पुलिस कार्रवाई पर पूछे गए प्रश्नों का कोई जवाब नहीं दिया.
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जेएनयू में पढ़ने वाली एक अन्य छात्रा पंखुड़ी के मुताबिक, उनके बाल खींचकर उन्हें जबरदस्ती पुलिस वैन में बिठाया गया. पंखुड़ी का कहना है कि प्रदर्शन समाप्त होने के बाद पुलिस ने छात्रों को तितर-बितर करने के लिए कई बार यहां-वहां दौड़ाया और इस दौरान कई छात्रों से धक्का-मुक्की व मारपीट की गई. शिवांग समेत इन सभी छात्रों को मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने हिरासत में लेने के लिए एक बस में बिठाया. हालांकि छात्रों को आई चोटों को देखते हुए पुलिस बस में बिठाए गए किसी भी छात्र को हिरासत में नहीं लिया गया, सभी को बस से उतार दिया गया.