Jharkhand: सीएम आवास की ओर बढ़ रहे भाजपा कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने वाटर कैनन, आंसू गैस के गोले दागे
BJP workers

रांची, 23 अगस्त : झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ रांची में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की युवा आक्रोश रैली के बाद सीएम आवास की ओर बढ़ रहे भाजपा कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने वाटर कैनन से पानी की बौछार की और आंसू गैस के गोले छोड़े. बैरिकेडिंग पर चढ़कर उसे पार करने की कोशिश कर रहे भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच संघर्ष हुआ जिसमें दोनों तरफ से कुछ लोगों को चोटें आई हैं.

भारतीय जनता युवा मोर्चा ने झारखंड में बेरोजगारी, सरकारी नौकरी की परीक्षाओं में धांधली, रिजल्ट में देर, अनुबंध कर्मियों के स्थायीकरण जैसे सवालों को लेकर रांची के मोरहाबादी मैदान में आयोजित युवा आक्रोश रैली में राज्य भर से भारी संख्या में युवा और भाजपा कार्यकर्ता पहुंचे. यह भी पढ़ें : ठाणे में निजी आश्रय गृह के संचालक पर बच्ची को दागने के आरोप में मामला दर्ज

रैली को संबोधित करते हुए झारखंड प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार ने युवाओं से जितने भी वादे किए थे, उनमें से एक भी पूरा नहीं हुआ. उन्होंने कहा था कि एक साल में पांच लाख युवाओं को नौकरी और बेरोजगारों को पांच से सात हजार रुपये का बेरोजगारी भत्ता देंगे और अगर यह वादा पूरा नहीं हुआ तो राजनीति से संन्यास ले लेंगे. आज इस रैली में युवा हेमंत सोरेन के झूठे वादों का हिसाब मांगने पहुंचे हैं. उन्होंने कहा कि अगर हेमंत सोरेन में थोड़ी सी भी नैतिकता बची है तो उन्हें राज्य के युवाओं से माफी मांगनी चाहिए.

पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि परिवारवाद में डूबी हेमंत सोरेन सरकार को राज्य के युवाओं, महिलाओं, दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों में से किसी के भी हित का ख्याल नहीं है. ये आदिवासियों के हित में बड़ी-बड़ी बातें करते हैं और दूसरी तरफ परिवार के बाहर के आदिवासी नेता चंपई सोरेन को सीएम की कुर्सी से बेइज्जत कर उतार देते हैं. केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ, भाजयुमो के राष्ट्रीय महामंत्री रोहित चहल, भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष शशांक राज सहित कई अन्य नेताओं ने भी रैली को संबोधित किया. भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि रैली में आ रहे युवाओं और भाजपा कार्यकर्ताओं को कोडरमा, बोकारो, गिरिडीह, पलामू, रांची, हजारीबाग, धनबाद, जामताड़ा सहित कई जिलों में रोका गया.

भाजयुमो ने रैली के बाद सीएम आवास कूच करने का ऐलान किया था. उन्हें रोकने के लिए मोराबादी मैदान के सभी छोर पर कंटीले तारों से बैरिकेडिंग की गई थी. प्रशासन ने मैदान को छोड़कर पांच सौ मीटर के दायरे में निषेधाज्ञा का एलान किया था.