नई दिल्ली, 29 मई: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कहा है कि उसने पूर्व विधायक गुरचरण नायक पर माओवादी हमले से जुड़े मामले में दूसरा पूरक आरोप पत्र दायर किया है, जिसमें जनवरी 2022 में झारखंड में दो पुलिसकर्मी मारे गए थे. एनआईए ने कहा, तिवारी बांकीरा उर्फ शाका और सदन कोरह उर्फ साजन को रांची में एनआईए की विशेष अदालत के समक्ष दायर पूरक आरोप पत्र में आरोपी के रूप में नामित किया गया है. दोनों प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन सीपीआई (माओवादी) के सशस्त्र कैडर हैं. तिवारी को 30 नवंबर, 2022 को गिरफ्तार किया गया था, जबकि सदन इस साल 13 फरवरी से हिरासत में है. यह भी पढ़ें: UP: भदोही में 12 वर्षीय बच्चे के साथ कुकर्म, आरोपी गिरफ्तार
हमला पिछले साल 4 जनवरी को हाई स्कूल झिलरुआ में हुआ था. झारखंड पुलिस ने शुरू में स्थानीय थाने में मामला दर्ज किया था. बाद में 30 जून, 2022 को जांच एनआईए को स्थानांतरित कर दी गई. जांच के बाद, एनआईए ने 31 दिसंबर, 2022 को 14 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया.
तिवारी और सदन भाकपा (माओवादी) को उसकी आतंक और हिंसा संबंधी गतिविधियों को आगे बढ़ाने और भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए समर्थन प्रदान कर रहे थे. वे गुरुचरण नायक और उनके अंगरक्षकों पर आतंकवादी हमले को अंजाम देने की साजिश का हिस्सा थे. वे अपराध को अंजाम देने के लिए प्रतिबंधित आतंकी संगठन द्वारा गठित स्पेशल एक्शन टीम का भी हिस्सा थे.
दोनों आरोपी उस बैठक में शामिल हुए थे, जिसमें प्रोजेक्ट प्लस 2, हाई स्कूल झिलरुआ में गुरुचरण नायक पर घातक हथियारों से हमला करने की साजिश रची गई थी. उन्होंने घटना से एक दिन पहले घटनास्थल का मुआयना किया था और हमले को अंजाम देने के लिए प्रशिक्षण में भी शामिल हुए थे.