रांची, 2 अक्टूबर : झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम (चाईबासा) जिले के कराईकेला थाने में बुधवार सुबह असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर कृष्णा साव ने अपनी सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मार ली. उन्हें थाने के सहकर्मियों ने तत्काल कराईकेला स्थित स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
घटना की सूचना पाकर आला अफसर मौके पर पहुंचे हैं. मामले की तहकीकात की जा रही है. आत्महत्या की वजह का पता नहीं चल पाया है. बताया गया कि सुबह करीब आठ बजे अचानक गोली चलने की आवाज से थाने में अफरा-तफरी मच गई. पुलिसकर्मी दौड़े तो उन्होंने एएसआई को जमीन पर खून से लथपथ पड़ा पाया. यह भी पढ़ें : मणिपुर के मुख्यमंत्री ने समस्याओं को सुलझाने के लिए राजनीतिक वार्ता पर जोर दिया
झारखंड में पिछले एक साल में पुलिस, अर्धसैनिक बल और सेना के 11 जवानों की खुदकुशी या अपने ही हथियार से गोली चलने की वजह से मौत की घटनाएं सामने आई हैं. 25 जुलाई को चतरा जिले के सिमरिया थाना क्षेत्र के शीला ओपी स्थित सीआरपीएफ 22वीं बटालियन कैंप में आशीष कुमार नामक जवान ने खुद को गोली से उड़ा लिया था. वह उत्तर प्रदेश के संत रविदास नगर जिले का निवासी था.
जुलाई के आखिरी हफ्ते में लातेहार जिले के छिपादोहर थाना क्षेत्र के करमडीह पिकेट में पदस्थापित जवान प्रमोद सिंह की मौत उसके ही हथियार से गोली चलने की वजह से हो गई थी. 18 जून को बोकारो के हरला थाना क्षेत्र के सेक्टर 8 में एक सीआईएसएफ जवान संजीत ने अपनी पत्नी की गला दबाकर हत्या करने के बाद खुदकुशी कर ली थी.
31 मई को हजारीबाग डीआईजी आवास में तैनात जिला पुलिस के 31 वर्षीय जवान विकास कुमार ने ड्यूटी के दौरान खुद को गोली मार ली थी. मौके पर ही उसकी मौत हो गई थी. 6 फरवरी को चतरा स्थित सीआरपीएफ 190 बटालियन कैंप में कैलाश चंद मेहरा नामक जवान ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. वह मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिला के लोहड़ी गांव का रहने वाला था.
वर्ष 2023 के नवंबर महीने में सिमडेगा जिले के कोलेबिरा थाना में पदस्थापित सत्यजीत कच्छप ने खुद को गोली से उड़ा लिया था. 24 नवंबर को रांची के अरगोड़ा थाना क्षेत्र में उत्तराखंड निवासी आर्मी के जवान ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी. अक्टूबर, 2023 में पाकुड़ में पदस्थापित झारखंड पुलिस के हवलदार ललन पासवान ने आत्महत्या कर ली थी.