जम्मू-कश्मीर: जनवरी से लेकर अब तक 27 ऑपरेशन में 3 टॉप कमांडर समेत 64 आतंकी ढेर
जम्मू-कश्मीर में आतंक फैलाने के किए लिए आतंकवादी लगातार नापाक कोशिश कर रहे हैं. लेकिन उनके इस नापाक मंसूबों पर पानी हर बार फिर जाता है. क्योंकि आतंकियों के हर गतिविधियों पर सुरक्षाबलों की पैनी नजर होती है. सुरक्षाबलों द्वारा लगातार आतंकियों को ढेर करने का काम जारी है. इसी कड़ी में कश्मीर पुलिस महानिरीक्षक ने जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष जनवरी 2020 से अब तक हम 27 ऑपरेशन कर चुके हैं. जिसमें बड़ी सफलता के साथ जम्मू-कश्मीर ने इन ऑपरेशन के दौरान 64 आतंकवादियों को मार गिराया है. इस मुठभेड़ में 3 बहुत बड़े कमांडर भी शामिल थे. इन बड़े कमांडरो में रियाज नायकू का नाम भी शामिल है. जिसे सुरक्षाबलों ने बुधवार को हुई मुठभेड़ में ढेर कर दिया था.
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में आतंक फैलाने के किए लिए आतंकवादी लगातार नापाक कोशिश कर रहे हैं. लेकिन उनके इस नापाक मंसूबों पर पानी हर बार फिर जाता है. क्योंकि आतंकियों के हर गतिविधियों पर सुरक्षाबलों की पैनी नजर होती है. सुरक्षाबलों द्वारा लगातार आतंकियों को ढेर करने का काम जारी है. इसी कड़ी में कश्मीर पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष जनवरी 2020 से अब तक हम 27 ऑपरेशन कर चुके हैं. जिसमें बड़ी सफलता के साथ जम्मू-कश्मीर ने इन ऑपरेशन के दौरान 64 आतंकवादियों को मार गिराया है. इस मुठभेड़ में 3 बहुत बड़े कमांडर भी शामिल थे. इन बड़े कमांडरो में रियाज नायकू का नाम भी शामिल है. जिसे सुरक्षाबलों ने बुधवार को हुई मुठभेड़ में ढेर कर दिया था.
बता दें कि जम्मू कश्मीर पुलिस कश्मीर में हमला करने की आतंकवादियों की साजिश को नाकाम करने के लिए आधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल कर रही है. पुलिस सेना के साथ कई बड़े ऑपरेशन में शामिल होती है आतंकियों पर काल बनकर टूटने से पीछे नहीं हटती है. इससे पहले मंगलवार को हंदवाड़ा में हुए मुठभेड़ के दौरान हंदवाड़ा में आतंकी मुठभेड़ में सेना के दो अफसरों समेत 5 लोग शहीद हो गए थे. शहीद होने वालों में 1 मेजर और 1 कर्नल, 2 जवान और जम्मू कश्मीर पुलिस का एक एसआई शामिल थे.
गौरतलब हो कि भारतीय सुरक्षाबलों की ओर से हिजबुल के मुख्य कमांडर रियाज नायकू को बुधवार को मार गिराया गया. इस काम को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल के नेतृत्व में ऑपरेशन 'जैकबूट' के तहत अंजाम दिया गया, जिसके बारे में दावा किया गया है कि यह अभी तक की श्रेष्ठ लक्ष्य को प्राप्त करने वाली सफलता है. पिछले दिनों नायकू आतंकवादी कमांडर बन गया था और इसके लिए उसके सिर पर 12 लाख रुपये का इनाम रखा गया था. बुरहान वानी को मौत के घाट उतारे जाने के आठ महीने बाद ही नाइकू का हिजबुल मुजाहिदीन समूह में कद भी बढ़ गया था. ( आईएएनएस इनपुट)