चेन्नई, 8 जनवरी: तमिलनाडु के पुडुकोट्टई जिले के गंदरवाकोट्टई तालुक के थाचनकुरिची में रविवार को सीजन के पहले जल्लीकट्टू उत्सव (Jallikattu Festival 2023) को देखने और इसमें भाग लेने के लिए हजारों लोग जमा हुए, जबकि सांडों को वश में करने की कोशिश में 74 लोग घायल हो गए. थाचनकुरिची गांव में मिनी माल वाहकों में सैकड़ों बैल लाए गए थे, जबकि कार्यक्रम स्थल पर उमड़ी भीड़ को नियंत्रित करने और नियंत्रित करने के लिए भारी पुलिस बल मौजूद था। यह महोत्सव छह जनवरी को होना था लेकिन सुरक्षा कारणों से इसे दो दिन के लिए टाल दिया गया था.
एक के बाद एक 485 सांडों को खेत में जाने दिया गया और कयरपिथ से भरे चिह्न्ति क्षेत्र में टैमरों ने उन्हें नियंत्रित करने की कोशिश की। टैमर्स को टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए कोविड की निगेटिव आरटी-पीसीआर रिपोर्ट पेश करनी थी। सांडों का भी डोप टेस्ट किया गया था, उसके बाद उन्हें 'वदिवासल' या मैदान में उतरने की अनुमति दी गई. कार्यक्रम स्थल पर 20 सदस्यीय चिकित्सा दल तैनात किया गया था और घायलों को पास के तंजावुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाने के लिए '108' एम्बुलेंस का एक बेड़ा तैनात किया गया था. यह भी पढ़े: तमिलनाडु: मदुरै में शुरू हुई जल्लीकट्टू प्रतियोगिता, 700 बैल और 730 प्रतियोगी हुए शामिल, देखें वीडियो
जल्लीकट्टू को राज्य के मंत्रियों एस रघुपति और शिव वी मय्यनाथन द्वारा शुरू किया गया, जिला कलेक्टर कविता रामू ने वश में करने वालों को शपथ दिलाई और उन्हें टी-शर्ट सौंपी.