पणजी, 5 मई: भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को कहा कि कश्मीर पर पाकिस्तान के साथ चर्चा करने के लिए केवल एक ही मुद्दा है- वह यह है कि पाकिस्तान कब अपने कब्जे वाले कश्मीर पर से अपना अवैध कब्जा खाली करता है. यहां शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के विदेश मंत्रियों की बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर भारत का हिस्सा था, है और हमेशा रहेगा.
जयशंकर ने एक सवाल के जवाब में कहा- भारत के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में जी-20 की बैठकें आयोजित की जा रही हैं. उनका (पाकिस्तान) जी-20 और श्रीनगर के साथ कोई लेना-देना नहीं है. कश्मीर पर चर्चा करने के लिए केवल एक ही मुद्दा है कि पाकिस्तान कब पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर पर अपना अवैध कब्जा खाली करता है. ये भी पढ़ें- IND vs PAK: जयशंकर ने बिलावल भुट्टो को बताया आतंकी इंडस्ट्री का प्रवक्ता, कहा- पीड़ित और साजिशकर्ता एक साथ नहीं बैठ सकते
पाकिस्तान को बताना चाहिए कि वह #POK में अवैध कब्जा कब छोड़ रहा है
एस जयशंकर ने कहा- जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 का हटना अब इतिहास बन गया है, जितना जल्दी हो इसे समझ जाएं#Pakistan pic.twitter.com/DmZodPfkB1
— Shubham Rai (@shubhamrai80) May 5, 2023
यह पूछे जाने पर कि क्या भारत और पाकिस्तान को आतंकवाद के मुद्दे पर एक साथ बैठना चाहिए, जयशंकर ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष (विदेश मंत्री) बिलावल भुट्टो जरदारी पर हमला करते हुए कहा: आतंकवाद के पीड़ित आतंकवाद के अपराधियों के साथ आतंकवाद पर चर्चा करने के लिए एक साथ नहीं बैठते हैं. आतंकवाद के शिकार लोग अपना बचाव करते हैं, आतंकवाद पर जवाबी कार्रवाई करते हैं, वह इसका आह्वान करते हैं, और वास्तव में यही हो रहा है. यहां आकर इन पाखंडी शब्दों का प्रचार करना जैसे कि हम एक ही नाव पर हैं. वह आतंकवाद की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं.
चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे पर, उन्होंने कहा: तथाकथित कॉरिडोर, एससीओ की बैठक में एक बार नहीं, दो बार बहुत स्पष्ट किया गया कि कनेक्टिविटी प्रगति के लिए अच्छी है लेकिन कनेक्टिविटी राज्यों की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता का उल्लंघन नहीं कर सकती है. यह लंबे समय से चली आ रही स्थिति है, इसमें किसी को संदेह नहीं होना चाहिए. मैं विश्वास दिलाता हूं कि जो लोग कमरे में थे, उन्हें इसमें कोई संदेह नहीं था.