जैश-उल-हिंद ने ली मुकेश अंबानी के बंगले के बाहर विस्फोटक रखने की जिम्मेदारी, कहा- रोक सकते हो तो रोको
उद्योगपति मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के बंगले एंटीलिया (Antilia) के बाहर विस्फोटक वाली गाड़ी खड़ी करने की जिम्मेदारी जैश-उल-हिंद (Jaish-ul-Hind) ने ली है. संगठन ने टेलीग्राम ऐप (Telegram App) पर एक संदेश के माध्यम से अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक रखवाने का दावा किया है.
मुंबई: उद्योगपति मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के बंगले एंटीलिया (Antilia) के बाहर विस्फोटक वाली गाड़ी खड़ी करने की जिम्मेदारी जैश-उल-हिंद (Jaish-ul-Hind) ने ली है. संगठन ने टेलीग्राम ऐप (Telegram App) पर एक संदेश के माध्यम से अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक रखवाने का दावा किया है. बीते गुरुवार को मुंबई पुलिस ने मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर खड़ी स्कॉर्पियो कार से 20 जिलेटिन की छड़ें बरामद कीं. पुलिस को वाहन के अंदर कई नंबर प्लेट भी मिलीं, जिनमें से कुछ अंबानी परिवार की सुरक्षा टीम द्वारा इस्तेमाल किए गए वाहनों की नंबर प्लेट से मेल खाती थीं. मुकेश अंबानी के घर के पास विस्फोटकों के साथ मिला वाहन चोरी का निकला
टेलीग्राम ऐप पर अपने संदेश में जैश-उल-हिंद ने बिटकॉइन (Bitcoin) के माध्यम से पैसे की मांग की है. अंबानी परिवार को धमकी देते हुए कहा गया है कि अगर पैसे नहीं दिए गए तो अगली बार बच्चों को निशाना बनाया जाएगा.
संदेश में जांच एजेंसियों को यह कहते हुए चुनौती दी गई है कि 'अगर रोक सकते हैं तो हमें रोकें' संदेश में कहा गया है, "हम ने आपको नाक के नीचे मारा और फिर भी आप कुछ नहीं कर सके. आपने मोसाद (Mossad) के साथ भागीदारी की, लेकिन कुछ हासिल नहीं किया."
मोसाद इजरायल की राष्ट्रीय खुफिया एजेंसी है जिसने पिछले महीने नई दिल्ली में इजरायली दूतावास के पास हुए विस्फोट के संबंध में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के साथ हाथ मिलाया है. कुछ दिनों पहले इसी संगठन ने दिल्ली में इज़राइल दूतावास के बाहर विस्फोट की जिम्मेदारी ली थी.
बीते गुरुवार को अंबानी परिवार के मशहूर लग्जरी घर के करीब एक पेड़ के पास कई घंटों से एक गाड़ी खड़ी पाई गई थी. इस गाड़ी के बारे में दोपहर करीब 2 बजे उस समय जानकारी मिली थी, जब आसपास के कुल लोगों ने देखा कि यह कार 12 घंटों से ऐसे ही खड़ी है. पुलिस ने बताया कि वाहन के नंबर प्लेट पर जो पंजीकरण नंबर है वह अंबानी की सुरक्षा में लगी एक एसयूवी के ही समान है. इस घटना के बाद देश के राजनीतिक, कॉपोर्रेट और सुरक्षा प्रतिष्ठानों में खलबली मच गई थी. राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख, मुंबई के पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह, गृह और खुफिया विभाग के शीर्ष अधिकारी खुद इस जांच की निगरानी कर रहे हैं.