एक कुशल गृहिणी बनने से लेकर कैम्पेन चलाने तक महिलाओं ने दुनिया भर में हर क्षेत्र में अपनी सूक्ष्मता साबित की है. ऐसा कोई कम नहीं है जो महिलाएं नहीं कर सकती हैं. एक महिला अपूर्ण होकर भी पूरी होती है, क्योंकि उसकी इच्छा शक्ति उसे पूर्ण बनाती है. आज हम आपको एक ऐसी महिला के बारे में बताएंगे जिसने अपने दुःख और तकलीफ के आगे इच्छा शक्ति को डगमगाने नहीं दिया और एक नॉर्मल महिला की तरह अपनी जिंदगी जी रही हैं. उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद की प्रगति जिन्होंने साल 2010 अपने दोनों हाथ एक जिंदा बिजली का तार छूने के बाद खो दिए थे, उनका कहना है कि वह अपने हाथों से मोबाइल फोन और कंप्यूटर चला सकती हैं. प्रगति ने कहा, "मैं अपने खर्च के लिए छात्रों को पढ़ाती हूं और बैंक प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी कर रही हूं.
दोनों हाथ खो देने के बाद भी प्रगति ने हार नहीं मानी, उनकी इच्छा शक्ति इतनी प्रबल है कि आज वह उन कामों को कर सकती हैं जो बिना हाथ वाले लोगों के लिए काफी मुश्किल भरा होता है. प्रगति का कहना है कि वह लिख सकती हैं, मोबाइल फोन चला सकती हैं और अपने हाथों से कंप्यूटर भी ऑपरेट कर लेती हैं. वह बच्चों को पढ़ाकर अपना खर्चा खुद उठाती हैं. इस वर्ष के अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (International Women's Day 2021) का विषय 'चुनौती का चयन' (choose to challenge) है. यह भी पढ़ें: International Women's Day 2021: भारत की शक्ति स्वरूपा ये 5 वीरांगनाएं आज भी महिलाओं की प्रेरणा स्त्रोत मानी जाती हैं!
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Moradabad: A woman, whose both hands were amputated after she inadvertently touched a live electric wire in 2010, says she can write, operate mobile phone & computer with her hands. "I teach students for my expenses & am preparing for bank entrance exams," Pragati says #WomensDay pic.twitter.com/qZ8yd1kzCD
— ANI UP (@ANINewsUP) March 8, 2021
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस महिलाओं की सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक उपलब्धियों का जश्न मनाने के लिए मनाया जाता है. हर साल, 8 मार्च को यह दिन एक मंच का समर्थन करने के उद्देश्य से दिन मनाया जाता है जो महिलाओं के लिए सकारात्मक बदलाव लाने में मदद करता है. चाहे कोई भी क्षेत्र हो, महिलाओं ने खुद को साबित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है.