RBI Monetary Policy: रिजर्व बैंक ने दी राहत, ब्याज दरों में नहीं किया बदलाव, रेपो रेट 6.50% पर बरकरार

भारतीय रिजर्व बैंक की तीन दिवसीय मॉनेटरी पॉलिसी की बैठक के नतीजे जारी हो गए है. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने रेपो रेट को लेकर बड़ा ऐलान किया है.

आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास (Photo Credit : Twitter)

Repo Rate Unchanged At 6.5%: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की तीन दिवसीय मॉनेटरी पॉलिसी की बैठक (MPC Meet) के नतीजे  जारी हो गए है. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने रेपो रेट (Repo Rate) को लेकर बड़ा ऐलान किया है. रिजर्व बैंक ने लोगों को ईएमआई पर और राहत न देते हुए ब्याज दरों को यथावत रखने का फैसला किया है. यानी रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है.

मॉनेटरी पॉलिसी की बैठक के बाद आरबीआई गवर्नर ने कहा कि घरेलू और ग्‍लोबल स्‍तर पर कई तरह की चुनौतियां बरकरार हैं, जिससे अर्थव्‍यवस्‍था और महंगाई पर असर हो रहा है. मसलन प्राइसिंग प्रेशर, बैंकिंग क्राइसिस, जियोपॉलिटिकल टेंशन. लेकिन इस बार मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी ने रेपो रेट में बदलाव न करने का फैसला किया है. इसके पहले RBI की तरफ से लगातार 6 बार ब्‍याज दरों में इजाफा किया गया था. PNB New Rule: कैश निकालने से पहले याद से चेक कर लें बैलेंस, पर्याप्त पैसा न होने पर अकाउंट से कटेंगे 10 रुपये

मई 2022 से फरवरी 2023 के बीच दरों में लगातार 6 बार इजाफा किया गया था. इसके पहले 8 फरवरी 2023 को RBI ने रेपो रेट में 25 बेसिस प्वॉइंट का इजाफा किया था. वहीं पिछले साल ब्‍याज दरों में 5 बार बढ़ोतरी की गई थी.

 

किसी देश का मुद्रा प्राधिकारी मुद्रा की आपूर्ति का नियमन करता है इस ही मौद्रिक नीति कहते हैं. भारत में यह काम भारतीय रिजर्व बैंक करती है. बता दें कि RBI की मौद्रिक नीति समिति हर दूसरे महीने मौद्रिक नीति की समीक्षा करती है. इसके ज़रिए रिजर्व बैंक अर्थव्यवस्था में पैसे की आपूर्ति को नियंत्रित करता है.

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