नई दिल्ली: कांग्रेस ने दिल्ली हिंसा को लेकर विरोध के बीच सोमवार को लोकसभा में सत्तापक्ष एवं विपक्ष के कुछ सदस्यों के बीच धक्का-मुक्की के बाद भाजपा पर निशाना साधा और दावा किया कि सदन में उसकी दलित महिला सांसद राम्या हरिदास (RamyaHaridas) पर सत्ता पक्ष के लोगों ने हाथ उठाया. सदन में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी संसद के भीतर और बाहर दिल्ली हिंसा के मुद्दे को जोरशोर से उठाती रहेगी क्योंकि साजिश का पर्दाफाश करना उसका फर्ज है.
उन्होंने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘दिल्ली में हिंसा हुई है और बहुत सारे लोगों की मौत हुई है और अभी भी लाशें मिल रही हैं. देश और विदेश में इसकी चर्चा हो रही है. ऐसे में हमने कार्य मंत्रणा समिति (बीएसी) की बैठक में मांग की थी कि सदन में इस मुद्दे को उठाने का मौका मिलना चाहिए. चौधरी ने कहा, ‘‘हमारी यह मांग भी थी कि कौन जिम्मेदार है और किसी गलती से यह हुआ है, इस पर सदन में चर्चा होनी चाहिए. यह भी पढ़े: Budget 2020: DMK अध्यक्ष एमके स्टालिन का केंद्र पर हमला, कहा- बजट में गरीब, पिछड़े और बेरोजगार लोगों के लिए कुछ भी नहीं
इसी वजह से हमने इस मुद्दे को बार-बार उठाने की कोशिश की. लेकिन सत्तापक्ष की तरफ से बहाना बनाकर हमें अपनी बात रखने का मौका नहीं दिया गया है. कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘जब दिल्ली झुलसी हुई है और लाशें मिल रही हैं तब भी सत्तापक्ष ‘विवाद से विश्वास’ विधेयक लेकर आई. यह ताज्जुब की बात है। हमें बताया भी नहीं गया. हम भी इस विधेयक पर चर्चा चाहते हैं. लेकिन सत्तापक्ष के लोग चर्चा में हमारी नेता के बारे में अनाप-शनाप बातें कर रहे हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘ हमारी महिला दलित सांसद पर सत्तापक्ष के लोगों ने हाथ उठाया.वह रोने लगीं. अगर सदन में एक दलित महिला के साथ यह व्यवहार है तो फिर सदन के बाहर क्या स्थिति होगी. उधर, राम्या हरिदास ने लोकसभा में भाजपा सदस्य जसकौर मीणा पर अपने साथ मारपीट का आरोप लगाया और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की.