नई दिल्ली: विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) से सोमवार को जब जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में स्थिति के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “मैं निश्चित रूप से आपको बता सकता हूं कि जब मैं जेएनयू में पढ़ता था, हमनें वहां कोई ‘टुकड़े-टुकड़े’ गैंग नहीं देखा. जेएनयू परिसर में रविवार को हुई हिंसा के बाद संस्थान के पूर्व छात्र जयशंकर ने फौरन इस घटना की निंदा करते हुए कहा था कि यह पूरी तरह से विश्वविद्यालय की परंपरा और संस्कृति के खिलाफ है.
दक्षिणपंथी दलों द्वारा विपक्ष, खास तौर पर वाम और वाम समर्थित संगठनों के साथ ही उनका समर्थन करने वालों के लिये “टुकड़े-टुकड़े” शब्द का इस्तेमाल किया जाता है.
EAM Dr S Jaishankar in Delhi: I can certainly tell you, when I studied in Jawaharlal Nehru University (JNU), we didn't see any 'tukde tukde' gang there. pic.twitter.com/9KhlzMlIFU
— ANI (@ANI) January 6, 2020
बता दें कि कि जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में रविवार रात कुछ नकाबपोश हमलावर घुसे थे, जिनके पास डंडे और लोहे की छड़ थीं. उन्होंने स्टूडेंट्स और टीचर्स की जमकर पिटाई करते हुए कैंपस में जमकर तोड़फोड़ भी की थी.
नई दिल्ली: विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) से सोमवार को जब जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में स्थिति के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “मैं निश्चित रूप से आपको बता सकता हूं कि जब मैं जेएनयू में पढ़ता था, हमनें वहां कोई ‘टुकड़े-टुकड़े’ गैंग नहीं देखा. जेएनयू परिसर में रविवार को हुई हिंसा के बाद संस्थान के पूर्व छात्र जयशंकर ने फौरन इस घटना की निंदा करते हुए कहा था कि यह पूरी तरह से विश्वविद्यालय की परंपरा और संस्कृति के खिलाफ है.
दक्षिणपंथी दलों द्वारा विपक्ष, खास तौर पर वाम और वाम समर्थित संगठनों के साथ ही उनका समर्थन करने वालों के लिये “टुकड़े-टुकड़े” शब्द का इस्तेमाल किया जाता है.
EAM Dr S Jaishankar in Delhi: I can certainly tell you, when I studied in Jawaharlal Nehru University (JNU), we didn't see any 'tukde tukde' gang there. pic.twitter.com/9KhlzMlIFU
— ANI (@ANI) January 6, 2020
बता दें कि कि जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में रविवार रात कुछ नकाबपोश हमलावर घुसे थे, जिनके पास डंडे और लोहे की छड़ थीं. उन्होंने स्टूडेंट्स और टीचर्स की जमकर पिटाई करते हुए कैंपस में जमकर तोड़फोड़ भी की थी.