Investment Tips: एफडी को मैच्योरिटी से पहले तोड़ने पर होता है घाटा, निवेश करने से पहले जान लें जरूरी बातें

फ्यूचर को ध्यान में रखकर तरह-तरह की योजनाओं में लोग निवेश करते हैं जिससे उन्हें अच्छा रिटर्न मिले. वैसे फिक्स्ड डिपॉजिट (FDs) निवेश करने के लिहाज से बेहतर विकल्प है. इसमें ग्राहकों को तय रिटर्न मिलता है. एफडी में निवेश करने के लिए लोग पोस्ट ऑफिस से लेकर अलग-अलग बैंकों का रुख करते हैं और वहां इन्वेस्टमेंट करते हैं. एफडी में बाजार के उतार-चढ़ाव का कोई असर नहीं पड़ता है. एफडी में निवेश के लिए 7 दिन से लेकर 10 वर्ष तक का विकल्प निवेश के लिए मौजूद है. हालांकि एफडी को तय समय से पहले अगर आप तोड़ते हैं तो आपको नुकसान उठाना पड़ेगा.

पैसा (Photo Credits: Pixabay)

नई दिल्ली, 9 फरवरी 2021. फ्यूचर को ध्यान में रखकर तरह-तरह की योजनाओं में लोग निवेश करते हैं जिससे उन्हें अच्छा रिटर्न मिले. वैसे फिक्स्ड डिपॉजिट (FDs) निवेश करने के लिहाज से बेहतर विकल्प है. इसमें ग्राहकों को तय रिटर्न मिलता है. एफडी में निवेश करने के लिए लोग पोस्ट ऑफिस से लेकर अलग-अलग बैंकों का रुख करते हैं और वहां इन्वेस्टमेंट करते हैं. एफडी में बाजार के उतार-चढ़ाव का कोई असर नहीं पड़ता है. एफडी में निवेश के लिए 7 दिन से लेकर 10 वर्ष तक का विकल्प निवेश के लिए मौजूद है. हालांकि एफडी को तय समय से पहले अगर आप तोड़ते हैं तो आपको नुकसान उठाना पड़ेगा.

बता दें कि एफडी में निवेश पर तय रिटर्न तो मिलता है लेकिन अगर उसे आप समय से पहले तोड़ते हैं तो आपको नुकसान भी उठाना पड़ता है. इसलिए अगर आप कुछ बातों को ध्यान में रखेंगे तो नुकसान से बच सकते हैं. इसके लिए आपको अलग-अलग हिस्सों में बांटकर निवेश करना चाहिए. साथ ही आप लिक्विडिटी के लिए एफडी के अगेंस्ट लोन का ऑप्शन चुन सकते हैं. यह भी पढ़ें-FD पर अगर आपको चाहिए 7.5 फीसदी Interest Rate तो इन बैंकों में फिक्स डिपॉजिट कराएं, जानिए Banks के नाम

वहीं एफडी तोड़ने के घाटे से बचने के लिए आप इसके विपरीत लोन ले सकते हैं. दरअसल ज्यादातर बैंक अपने ग्राहकों को एफडी के अगेंस्ट लोन का विकल्प देते हैं. साथ ही यहां मिलने वाले लोन पर इंटरेस्ट रेट भी जमा राशि पर मिले ब्याज से 1-2 प्रतिशत ही ज्यादा होता है. ऐसे में हम आपको सलाह देंगे कि एफडी के अगेंस्ट लोन लेना पर्सनल लोन लेने से बेहतर विकल्प है.

एफडी तय समय से तोड़ने पर होने वाले नुकसान से बचने के लिए आप स्वीप-इन एफडी अकाउंट के ऑप्शन का भी चयन कर सकते हैं. जिससे आपको यहां सेविंग अकाउंट जैसी लिक्विडिटी की फैसिलिटी मिलती है. साथ ही एफडी पर इंटरेस्ट रेट भी अधिक मिलता है. ऐसे में अगर आप इसे तय समय से पहले तोड़ते हैं तो आपको किसी भी तरह की पेनाल्टी नहीं देना पड़ेगी. एक और विकल्प की बात करें तो आप नुकसान से बचने के लिए लैडरिंग अप्रोच को चुन सकते हैं. इस ऑप्शन के तहत ग्राहक यहां मिलने वाले ब्याज को सही तरीके से इस्तेमाल कर सकता है. इसके तहत रकम को कई हिस्सों में आप बांट सकते हैं. ग्राहक इसके लिए 1 साल, 3 साल और पांच साल की मेच्योरिटी पीरियड ऑप्शन आप अपने सुविधा के अनुसार चयन कर सकते हैं.

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