अमरनाथ यात्रा के दौरान आतंकी हमले की फिराक में, सरकार ने जारी किया अलर्ट
अमरनाथ यात्रा 60 दिनों तक चलता है. इस दौरान बड़ी संख्या में भक्त भगवान शंकर का दर्शन करने आते हैं
जम्मू. सुरक्षा एजेंसियों ने अमरनाथ यात्रा शुरू होने के बीच आतंकी हमले की ताजा चेतावनी जारी की है. मीडिया खबरों के मुताबिक बाबा बर्फानी के दर्शन में खलल डालने की कोशिश लश्कर-ए- तैयबा कर सकता है. खबरों के मुतबिक लश्कर के आतंकी पिस्सू टॉप और शेषनाग पर यात्रियों को अपना निशाना बना सकते हैं. बता दें कि दोनों जगहों को काफी संवेदनशील माना जाता है. इस साल यात्रा के लिए देशभर के विभिन्न भागों से 1.96 लाख लोगों ने पंजीकरण कराया है.
वहीं इस जानकारी के बाद सेना को और भी सतर्क रहने की हिदायत दे दी गई है. इसके साथ ही राह में पड़ने वाले सभी धार्मिक स्थलों की सुरक्षा को और भी पुख्ता कर दिया गया है. अमरनाथ यात्रा 60 दिनों तक चलता है. इस दौरान बड़ी संख्या में भक्त भगवान शंकर का दर्शन करने आते हैं. ऐसे में आतंकी हमला करने से बाज नहीं आते हैं. खबरों के मुताबिक आतंकवादी कठुआ जिले के हिरानगर और सांबा में आर्मी जवानों पर हमला कर सकते हैं.
हिजबुल मुजाहिद्दीन ने हमले से किया था इनकार
बता दें कि सक्रीय आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन ने भविष्य में अमरनाथ यात्रियों पर किसी भी प्रकार के हमलें से इनकार किया है. हिजबुल के चीफ रियाज नाइकू ने एक ऑडियो टेप जारी कर अमरनाथ यात्रियों को मेहमान बताया है. रियाज नाइकू ने कहा है कि हिजबुल का अमरनाथ यात्रियों को निशाना बनाने का कोई प्लान नहीं है.
सुरक्षा के हैं पुख्ता इंतजाम
अमरनाथ यात्रा में खलल न पड़े इसलिए सुरक्षा के लिए तैनात कुल सुरक्षाकर्मियों की मौजूदा संख्या के अतिरिक्त अर्धसैनिक बलों की 213 कंपनियों को इस वर्ष यात्रा के लिए अलग से बुलाई गई हैं. सेना, अर्धसैनिक बलों, राज्य पुलिस और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल के लगभग 40,000 सुरक्षाकर्मी यात्रा ड्यूटी पर तैनात किए गए हैं. यात्रा के लिए पहली बार खुफिया अधिकारी सादी वर्दी में इलेक्ट्रॉनिक और मानव चौकसी करेंगे.
अमरनाथ यात्रा में पहली बार रेडियो फ्रिक्वेंसी लगे यात्रा वाहन, ड्रोन के जरिए निगरानी और कमांडो के मोटरसाइकिल दस्ते यात्रा मार्ग पर तैनात सेना, अर्धसैनिक बल और पुलिसकर्मियों की मदद के लिए तैनात किए गए हैं.