रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बोले- कोई वायरस हमारे सशस्त्र बलों को ड्यूटी करने से नहीं रोक सकता, हमारे जवानों ने बहादुरी से चीन की सेना को खदेड़ा
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Photo Credits: PTI)

नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने सोमवार को फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (FICCI) के वार्षिक सम्मलेन में चीन और पाकिस्तान पर जमकर हमला बोला. रक्षा मंत्री भारतीय सशस्त्र बलों की सराहना करते हुए कहा कि जब दुनिया कोरोना वायरस से लड़ रही थी, तब भारतीय सशस्त्र बल हमारी सीमाओं की बहादुरी से रक्षा कर रहे थे. रक्षा मंत्री ने कहा, हिमालय पर हुई गतिविधियों ने हमें यह बात याद दिलाई है कि दुनिया कितनी तेजी से बदल रही है. चुनौती के इस समय में हमारी सेना ने चीनी सैनिकों का जमकर मुकाबला किया और उन्हें पीछे हटने पर मजबूर किया. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि कोई वायरस हमारे सुरक्षाबलों को उनकी ड्यूटी करने से नहीं रोक सकता.

हिमालय की सीमाओं पर अक्रामकता की स्थिति पर उन्होंने कहा , "हिमालय की हमारी सीमाओं पर बिना किसी उकसावे के अक्रामकता दिखाती है कि दुनिया कैसे बदल रही है, मौजूदा समझौतों को कैसे चुनौती दी जा रही है." वहीं लद्दाख में बल के साहस की उन्होंने सराहना की और कहा कि लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सशस्त्र बलों की भारी तैनाती है और इन परीक्षा की घड़ियों में हमारी सेनाओं ने अनुकरणीय साहस दिखाया है. Farmers Protest: हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से की मुलाकात, किसान आंदोलन पर हुई चर्चा.

राजनाथ सिंह ने कहा, "हमारे सशस्त्र बलों ने उनका (चीनी सेना) बेहद बहादुरी से सामना किया और उन्हें वापस जाने को मजबूर किया." सीमा पार आतंकवाद और पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, "हम सीमापार आतंकवाद के शिकार रहे हैं, इस संकट से हम उस समय भी अकेले लड़ते रहे जब हमारा समर्थन करने वाला कोई नहीं था."

राजनाथ ने कहा, इस राष्ट्र की आने वाली पीढ़ियों को इस बात पर गर्व होगा कि इस वर्ष हमारी सेनाएं क्या हासिल कर पाई हैं. जब भी एलएसी में कोई स्थिति होती है, सबसे स्पष्ट परिणाम भारत और चीन की सैन्य ताकत के बीच तुलना है.

उन्होंने कहा, "दुनिया भर के देशों को यह समझ आ गया है कि हम इस बारे में सही थे कि पाकिस्तान आतंकवादियों का गढ़ बन रहा है." देश में जारी किसान आंदोलन के बीच सिंह ने कहा, "हमारे कृषि क्षेत्र के खिलाफ प्रतिगामी कदम उठाने का कोई सवाल ही नहीं उठता." रक्षा मंत्री ने कहा, "कृषि एक ऐसा क्षेत्र है, जो कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के प्रतिकूल प्रभावों से बचने में सक्षम रहा."

चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत ने कहा, मुझे पूरा विश्वास है कि भारतीय सशस्त्र बल हमारे सीमा की रक्षा के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे. कोरोना महामारी के दौरान वास्तविक नियंत्रण रेखा पर यथास्थिति को बदलने के लिए चीन प्रयास कर रहा है, हालांकि सेना ने इससे निपटने के लिए भूमि, समुद्र और वायु पर उच्च-स्तरीय तैयारी की हुई है.

(इनपुट भाषा)