साल 2014 से अबतक भारतीय सेना ने किया 963 आतंकियों का खात्मा: गृह मंत्रालय

भारतीय सेना 'ऑपरेशन ऑल आउट' जारी है. इस मिशन में भारतीय सेना अब तक 963 आतंकियों को मौत के घाट उतार चुकी है. आंकड़े के मुताबिक, मोदी सरकार के पिछले 5 साल में 963 आतंकी ढेर हुए हैं. सरकार आतंक पर जीरो टोलरेंस नीति पर काम कर रही है.

इंडियन आर्मी (Photo Credits: IANS)

भारतीय सेना (Indian Army) आतंकियों पर काल बनकर टूट रही है. घाटी में आतंक के लिए भारतीय सेना 'ऑपरेशन ऑल आउट' (Operation All Out) जारी है. इस मिशन में भारतीय सेना अब तक 963 आतंकियों को मौत के घाट उतार चुकी है. गृह मंत्रालय ने एक लिखित जवाब में बताया कि 2014 से 2019 के बीच 963 आतंकी मारे गए हैं. आंकड़े के मुताबिक, मोदी सरकार के पिछले 5 साल में 963 आतंकी ढेर हुए हैं. सरकार आतंक पर जीरो टोलरेंस नीति पर काम कर रही है. इन आतंकियों को भारतीय सेना और सुरक्षाबलों ने विभिन्न मुठभेड़ों और एंटी-कॉम्बिंग ऑपरेशनों के दौरान मारा है. इस दौरान 413 सुरक्षा बल के जवानों ने अपनी जान गंवाई है.

इस बीच एक तथ्य यह भी है कि जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ की कोशिशें लगातार बढ़ रही हैं. मोदी सरकार ने सेना के जवानों से साफ कह दिया है कि घाटी से आतंकवादियों का सफाया होना चाहिए.गृह मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक साल 2016 में 119 बार घुसपैठ हुई. इसमें 35 घुसपैठिए मारे गए और एक्शन में 15 जवान शहीद हुए. 2017 में 136 बार घुसपैठ हुई. इस मुठभेड़ में 59 घुसपैठिए मारे गए और एक्शन में 7 जवान शहीद हुए. वहीं 2018 में 143 बार घुसपैठ हुई. इस साल मुठभेड़ में 32 घुसपैठिए मारे गए और एक्शन में 5 जवान शहीद हुए.

सेना ने विभिन्न मुठभेड़ो में बड़े आतंकियों का सफाया किया है. जम्मू-कश्मीर में मारे गए ज्यादा कमांडरों पर इनाम घोषित था. ऐसे में सेना ने मौका मिलते ही कमांडरों को ठिकाने लगा दिया. हिजबुल के सब्जार अहमद भट्ट पर 10 लाख का इनाम था. वहीं लश्कर ए तैयबा के तीन आतंकवादी बशीर लश्करी, अबू लल्हारी और जुनैद मट्टू पर भी 10 लाख रुपये का इनाम था, जिसे सेना ने ढेर कर दिया. हिजबुल मुजाहिदीन के बुरहान वानी, जीनत उल इस्लाम, सद्दाम पाडर पर भी 10 लाख रुपये का इनाम था, जिन्हें सेना ने मार गिराया.

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