पाकिस्तान के दावे को भारत ने किया खारिज, विदेश मंत्रालय ने कहा- फिर से हमला करने वाला पाक का बयान बेतुका और गैरजिम्मेदाराना
भारत ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमू कुरैशी के उस बायन को गैरजिम्मेदार और बेतुका बताकर खारिज कर दिया है, जिसनें पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने कहा था कि भारत पाकिस्तान पर फिर से हमला करेगा.
नई दिल्ली: भारत (India) ने पाकिस्तान (Pakistan) के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी (Pakistan Foreign Minister Shah Mehmood Qureshi) के उस बायन को गैरजिम्मेदाराना और बेतुका बताकर खारिज कर दिया है, जिसमें पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने कहा था कि भारत पाकिस्तान पर फिर से हमला करेगा. भारत ने कहा कि यह बयान युद्धोन्माद को भड़काने वाला और आतंकियों को हमले के लिए उकसाने वाला है. 'भारत फिर हमला करेगा' कुरैशी के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए भारत के विदेश मंत्रालय (External Affairs Ministry) ने रविवार को कहा कि भारत पाकिस्तानी विदेश मंत्री के गैरजिम्मेदार और बेतुके बयान का खारिज करता है. ऐसा लगता है कि पाकिस्तान यह हथकंडा अपनाकर अपने आतंकियों से भारत पर हमला कराना चाहता है.
भारत ने पाकिस्तान को मुख्य मुद्दे से भटकाने वाले बयान देने की बजाय आतंकवाद के खिलाफ विश्वसनीय और स्थिर कदम उठाने की नसीहत दी. इसके साथ ही विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान को यह सलाह दी जाती है कि अगर उसके पास आतंकी हमले को लेकर कोई ठोस और कार्रवाई लायक खुफिया सूचना हो तो उसे शेयर करने के लिए कूटनीतिक, डीजीएमओ (डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिटरी ऑपरेशंस) माध्यमों का इस्तेमाल करे.
दरअसल, रविवार को पाकिस्तान के विदेश मंत्री कुरैशी ने कहा कि उनके पास बहुत ही विश्वसनीय खुफिया जानकारी है कि भारत इस महीने पाकिस्तान पर एक और हमले की तैयारी कर रहा है. कुरैशी ने कहा कि भारत 16-20 अप्रैल के बीच पाकिस्तान पर एक और हमले की योजना बना रहा है. यह भी पढ़ें: घबराया पाकिस्तान, कहा- 16 से 20 अप्रैल के बीच फिर हमला कर सकता है भारत
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में 14 फरवरी सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले में 40 जवान शहीद हुए थे. आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद द्वारा इस आत्मघाती हमले को अंजाम दिए जाने के बाद 26 फरवरी को भारतीय वायुसेना ने आतंकवाद रोधी अभियान के तहत पाकिस्तान के अंदर बालाकोट में स्थित जैश के आंतकी शिविरों को नष्ट कर दिया था. बता दें कि पुलवामा हमले के बाद से ही दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया था जो अब भी बरकरार है.