भारत न्यूजीलैंड का महत्वपूर्ण सहयोगी, पीएम मोदी के साथ समय बीतना मेरे लिए खुशी की बात: पीएम लक्सन
प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन ने शनिवार को कहा कि भारत न्यूजीलैंड का एक सबसे 'महत्वपूर्ण साझेदार' बनता जा रहा है है. उन्होंने कहा कि इस सप्ताह के शुरू में नई दिल्ली और मुंबई की उनकी पांच दिवसीय यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच साझेदारी 'काफी मजबूत हुई.'

वेलिंगटन, 22 मार्च : प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन ने शनिवार को कहा कि भारत न्यूजीलैंड का एक सबसे 'महत्वपूर्ण साझेदार' बनता जा रहा है है. उन्होंने कहा कि इस सप्ताह के शुरू में नई दिल्ली और मुंबई की उनकी पांच दिवसीय यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच साझेदारी 'काफी मजबूत हुई.'
16-20 मार्च तक भारत की आधिकारिक यात्रा से स्वदेश लौटने के बाद लक्सन ने कहा, "विश्व का सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश भारत, न्यूजीलैंड के लिए एक महत्वपूर्ण साझेदार बनता जा रहा है. इस सप्ताह मेरी यात्रा के दौरान यह साझेदारी और भी मजबूत हुई." न्यूजीलैंड के पीएम ने कहा, "इस सप्ताह भारत जाना और हमारे देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ समय बिताना मेरे लिए खुशी की बात थी. मुझे खुशी है कि व्यापक मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर बातचीत अब शुरू हो गई है." यह भी पढ़ें : अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा राज्य के स्थापना दिवस के अवसर पर ‘महाराष्ट्र महोत्सव’ आयोजित करेगी
यह लक्सन की वर्तमान क्षमता में पहली भारत यात्रा थी - साथ ही अक्टूबर 2016 के बाद से न्यूजीलैंड के किसी प्रधानमंत्री की भी पहली यात्रा थी. दोनों प्रधानमंत्रियों ने अपनी चर्चाओं के दौरान, गहन आर्थिक एकीकरण प्राप्त करने के लिए एक संतुलित, महत्वाकांक्षी, व्यापक और पारस्परिक रूप से लाभकारी व्यापार समझौते के लिए एफटीए वार्ता की शुरुआत का स्वागत किया.
लक्सन ने शनिवार को एक्स पर पोस्ट किया, "भारत सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है और अगले 10 वर्षों में दुनिया में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है. हमारी सरकार हमारी अर्थव्यवस्था को बढ़ाने पर लगातार ध्यान केंद्रित कर रही है, ताकि सभी कीवी बेहतर कर सकें, और वार्ता की शुरूआत ठीक यही करने का अवसर प्रस्तुत करती है."
द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को मजबूत करते हुए, दोनों देशों ने रक्षा सहयोग के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर भी हस्ताक्षर किए हैं और समुद्री संचार मार्गों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की जरूरत को स्वीकार है, साथ ही इस बात पर सहमति जताई है कि समुद्री सुरक्षा को बढ़ाने पर चर्चा करने के लिए नियमित बातचीत जरूरी है. न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री ने शनिवार को कहा, "क्षेत्रीय सुरक्षा के प्रति न्यूजीलैंड की प्रतिबद्धता भी मजबूत हुई है, क्योंकि न्यूजीलैंड और भारत ने एक नए रक्षा सहयोग समझौते की घोषणा की है."