India-China Border Tension: लद्दाख के बाद अब अरुणाचल में भी दिखी चीनी सैनिकों की हलचल, मुस्तैद हुए भारतीय जवान

भारत-चीन के बीच बॉर्डर पर जारी तनाव खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. दोनों देशों की तरफ से बयानबाजी का दौर शुरू है. भारत ने पुरे मसले पर अपना रुख कड़ा किया हुआ है. जिससे चीन के बर्ताव में नरमी आई है. बावजूद इसके भारत सरकार उसे हर मोर्चे पर नुकसान पहुंचा रहा है. इसी बीच लद्दाख में जारी तनाव के बीच अरुणाचल प्रदेश से एक बड़ी खबर समें आई है.

पैंगोंग झील, लद्दाख (Photo credits: Unsplash, Sayan Nath)

नई दिल्ली, 15 अगस्त. भारत-चीन के बीच बॉर्डर (India-China Border Tension) पर जारी तनाव खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. दोनों देशों की तरफ से बयानबाजी का दौर शुरू है. भारत ने पुरे मसले पर अपना रुख कड़ा किया हुआ है. जिससे चीन के बर्ताव में नरमी आई है. बावजूद इसके भारत सरकार (Indian Govt) उसे हर मोर्चे पर नुकसान पहुंचा रहा है. इसी बीच लद्दाख में जारी तनाव के बीच अरुणाचल प्रदेश से एक बड़ी खबर सामने आई है. बताना चाहते हैं कि अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) के गहराई वाले क्षेत्रों में चीनी सैनिकों की हलचल दिखाई पड़ी है.

ज्ञात हो कि लद्दाख से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक हर मूवमेंट पर भारतीय जवानों की पैनी नजर है. जिसके चलते अगर चीन ने कोई गुस्ताखी की तो उसे करार जवाब भारत की तरफ से दिया जाएगा. रिपोर्ट के अनुसार अरुणाचल के आसफिला क्षेत्र, टूटिंग एक्सिस इलाके में चीनी सैनिकों की आवाजाही दिखाई पड़ी है. यह भी पढ़ें-India-China Border Tension: चीन का आरोप भारतीय सैनिकों ने क्रॉस किया एलएसी और की फायरिंग, इंडियन आर्मी ने आरोपों को पहले ही नकारा

वहीं खबर यह भी है कि एलएसी से करीब 20 किलोमीटर दूर चीन द्वारा बनाए गए रास्ते पर पिछले कई दिनों से हलचल दिखाई पड़ी है. यही कारण है कि भारतीय सेना के जवान पूरी तरह मुस्तैद नजर आ रहे हैं. साथ ही भारतीय सेना की तरफ से डोकलाम इलाके पर खास नजर रखी जा रही है.

रिपोर्ट के अनुसार बॉर्डर पर जो मौजूदा हालात हैं उसके मद्देनजर चीन कमांडर स्तर की बातचीत के लिए भी तैयार है.लेकिन दोनों देश की तरफ से अब तक दिन और समय नहीं तय किया गया है. भारत-चीन के बीच अप्रैल-मई महीने से ही बॉर्डर पर तनाव बना हुआ है. इससे पहले लद्दाख के गलवान घाटी में भारत-चीनी सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में 20 इंडियन आर्मी के जवान शहीद हुए थे. जबकि चीन को काफी नुकसान झेलना पड़ा था. जिसे वह अब तक छुपाता रहा है.

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