India-China Border Dispute: लद्दाख के डेमचोक के पास से पकड़ा गया चीनी सैनिक, पूछताछ में जुटी भारतीय सेना

पुर्वी लद्दाख में भारत (India) और चीन (China) की सेनाओं के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के निकट उत्पन्न गतिरोध अभी तक थमा नहीं है. इसे लेकर दोनों देश के सैन्य कमांडर की बैठक भी हुई लेकिन उसका कोई हल नहीं निकला है. दूसरी तरफ भारत भी अब चीन पर भरोसा नहीं कर रहा है क्योंकि उसे पीठ पीछे हमला करने की आदत है. यही कारण है कि पुर्वी लद्दाख में भारत ने बड़े पैमाने पर सेना और हथियारों को तैनात कर दिया है. इस बीच दोनों देश की एक दूसरे की हर चाल पर पैनी नजर है. इसी कड़ी में भारतीय सेना के जवानों ने एक चीनी सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के जवान को लद्दाख (Ladakh) के डेमचोक (Demchok Area) से हिरासत में लिया था.

भारत-चीन सीमा (Photo Credits: Twitter/File)

पुर्वी लद्दाख में भारत (India) और चीन (China) की सेनाओं के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के निकट उत्पन्न गतिरोध अभी तक थमा नहीं है. इसे लेकर दोनों देश के सैन्य कमांडर की बैठक भी हुई लेकिन उसका कोई हल नहीं निकला है. दूसरी तरफ भारत भी अब चीन पर भरोसा नहीं कर रहा है क्योंकि उसे पीठ पीछे हमला करने की आदत है. यही कारण है कि पुर्वी लद्दाख में भारत ने बड़े पैमाने पर सेना और हथियारों को तैनात कर दिया है. इस बीच दोनों देश की एक दूसरे की हर चाल पर पैनी नजर है. इसी कड़ी में भारतीय सेना के जवानों ने एक चीनी सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के जवान को लद्दाख (Ladakh) के डेमचोक (Demchok Area) से हिरासत में लिया था.

सूत्रों की माने तो सुरक्षा बलों ने लद्दाख के चुमार-डेमचोक इलाके में एक चीनी सैनिक को पकड़ा. उसने अनजाने में भारतीय क्षेत्र में प्रवेश किया होगा. नियत प्रक्रिया का पालन करने के बाद स्थापित प्रोटोकॉल के अनुसार उसे चीनी सेना को वापस उसके देश सौंप दिया जाएगा. वहीं, खबर यह भी कि पकड़े गए चीनी सैनिक के पास से कई अहम दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं. फिलहाल इसे लेकर अधिक जानकरी मीडिया से साझा नहीं की गई है. यह भी पढ़ें:- चीन ने भारत की उत्तरी सीमा पर 60, 000 सैनिकों को तैनात किया: अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो.

ANI का ट्वीट:- 

बता दें कि चीनी सैनिक उस वक्त भारतीय सीमा में पकड़ा गया है, जब पूर्वी लद्दाख में सीमा विवाद को सुलझाने के लिए अगले हफ्ते आठवीं बार वार्ता होनी है. इससे पहले दोनों देश के बीच हुई सभी चरणों की वार्ता बेनतीजा समाप्त हो गई थी और एलएसी के पास से पीछे हटने के कोई संकेत नहीं मिले थे. इससे पहले भारत और चीनी सेना के कमांडरों की बैठक 12 अक्टूबर को चुसूल में हुई थी, जो किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई थी.

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