मध्य प्रदेश में 24 घंटे में 2 गैंगरेप, समेत कुल 4 दुष्कर्म की वारदातें दर्ज
बिजावर थाने के प्रभारी शिवशंकर मिश्रा ने सोमवार को कहा, "मामला संदिग्ध लग रहा है। पीड़ित परिवार की शिकायत पर सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज कर लिया गया है.
भोपाल: मध्य प्रदेश में दुष्कर्म की वारदातों का सिलसिला थमने का नाम नही ले रहा है. दरिंदे मासूमों के बाद अब युवतियों को निशाना बनाने लगे हैं. बीते 24 घंटों के दौरान दो स्थानों पर सामूहिक दुष्कर्म और दो एकल दुष्कर्म की वारदातें सामने आई हैं. महिलाओं के साथ दरिंदगी की वारदातों पर सियासत भी गर्माने लगी है. छतरपुर जिले में एक युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है, लेकिन पुलिस इसे संदिग्ध बताते हुए जांच की बात कह रही है. युवती अस्पताल में भर्ती है और दुष्कर्म में शामिल चारों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. सभी आरोपी फरार हैं.
पुलिस के अनुसार, बिजावर थाने के उदयपुरा गांव क्षेत्र में रविवार को एक युवती बेहोशी की हालत में मिली. उसे जिला अस्पताल लाया गया, जहां उसका इलाज जारी है. युवती के परिजनों की ओर से दर्ज कराई गई रिपोर्ट में चार युवकों द्वारा दुष्कर्म की बात कही गई है.एक आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है.
बिजावर थाने के प्रभारी शिवशंकर मिश्रा ने सोमवार को कहा, "मामला संदिग्ध लग रहा है। पीड़ित परिवार की शिकायत पर सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज कर लिया गया है, लेकिन जांच की जा रही है.
वहीं बैतूल में एक विधवा को चार युवकों ने अपनी हवस का शिकार बनाया. पीड़िता ने पुलिस को बताया कि वह मजदूरी कर ऑटो से अपने घर जा रही थी, तभी उसे अगवा कर लिया गया और चार युवकों ने उसके साथ दुष्कर्म किया. कोतवाली पुलिस के अनुसार, महिला की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है.
सागर जिले के सुरखी में 10वीं में पढ़ने वाली एक नाबालिग को उसके करीबी रिश्तेदार ने अपनी हवस का शिकार बना लिया. पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र शुक्ल के अनुसार, आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. वहीं इंदौर में भी एक नाबालिग के साथ दुष्कर्म की वारदात सामने आई है. लसूड़िया थाने की पुलिस ने आरोपी के खिलाफ पीड़ित की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है.
राज्य में लगातार हो रही दुष्कर्म की वारदातों पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने तल्ख टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि शिवराज राज में यह राज्य दुष्कर्म की राजधानी बन गई है. राज्य में प्रशासनिक और पुलिस अमले का वारदातों पर नियंत्रण नहीं रह गया है.
कमलनाथ के बयान का जवाब देते हुए राज्य के सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग ने कहा, "कमलनाथ ने राज्य को दुष्कर्म की राजधानी कहकर प्रदेश की साढ़े सात करोड़ जनता का अपमान किया है, इसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए."