Mumbai Shocker: प्यार में रूकावट बन रहा था पति, पत्नी ने प्रेमी और उसके दोस्तों की मदद से उतारा मौत के घाट, गोरेगांव की दिंडोशी पुलिस ने किया आरोपियों को गिरफ्तार
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मुंबई, महाराष्ट्र: मुंबई के गोरेगांव में एक महिला ने अपने प्रेमी से शादी करने की उम्मीद में अपने प्रेमी और उसके दो दोस्तों की मदद से अपने पति की हत्या कर दी. दिंडोशी पुलिस ने इस घटना में महिला और उसके एक साथी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि प्रेमी और एक आरोपी फरार बताएं जा रहे है.मुंबई पुलिस ने 19 मार्च को गोरेगांव स्थित अपने घर पर अपने पति की हत्या में उसकी मदद करने वाली एक महिला और उसके एक साथी को गिरफ्तार किया है.

महिला ने अपने पति की हत्या अपने प्रेमी और उसके दो दोस्तों की मदद से की. प्रेमी अपने एक दोस्त के साथ फरार है. पुलिस दो की तलाश कर रही है. दिंडोशी पुलिस के मुताबिक़ इस मामले को छह घंटे के भीतर सुलझा लिया गया है.गिरफ्तार किए गए दूसरे संदिग्ध की पहचान मोइनुद्दीन लतीफ खान के रूप में हुई है, जिसकी उम्र 20 साल है. दोनों व्यक्तियों को हत्या और अपराध की साजिश रचने के आरोप में हिरासत में लिया गया है. अन्य दो लोगों को खोजने का प्रयास जारी है.ये भी पढ़े:Goregaon Murder Case: गोरेगांव पति-पत्नी की संदिग्ध मौत मामला, मुंबई पुलिस ने जांच में किया अहम खुलासा

क्या है पूरा मामला?

पुलिस की जानकारी के मुताबिक गोरेगांव ईस्ट में बंजारी पाड़ा में रहनेवाली 28 साल की महिला रंजू चौहान ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति चंद्रशेखर चौहान की हत्या की ताकि वह अपने प्रेमी के साथ शादी कर सके.अधिकारियों ने बताया कि फिल्म सेट पर काम करने वाले चंद्रशेखर को शनिवार सुबह उनके घर पर बेहोशी की हालत में पाया गया. उन्हें ट्रॉमा केयर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

इस घटना के बाद डिंडोशी पुलिस ने शनिवार को एक आकस्मिक मृत्यु रिपोर्ट दर्ज की, जब रंजू ने अधिकारियों को बताया कि उसके पति पिछली रात ठीक थे और बिस्तर पर सोने चले गए, लेकिन जब उसने सुबह 5 बजे उन्हें देखा तो वे कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रहे थे.पुलिस ने जांच की और उसके कॉल्स  की जांच की तो उसकी पूरी पोल खुल गई.

कॉल जांच में हुआ खुलासा

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, "उसने शुरू में पुलिस को बताया कि वह रात करीब 1:30 बजे सोने चली गई थी, लेकिन उसके फोन रिकॉर्ड से पता चला कि उसने उसके बाद किसी को फोन किया था. दूसरे नंबर की कॉल डिटेल्स की जांच करने पर पता चला कि उस नंबर से दो और लोगों को लगातार कॉल किए गए थे. इस सबूत के आधार पर, महिला को हिरासत में लिया गया और उससे लगातार पूछताछ की गई, जिसके दौरान उसने अपने प्रेमी और उसके दो दोस्तों की मदद से चंद्रशेखर की हत्या करवाने की बात स्वीकार की," जांच से जुड़े एक पुलिस अधिकारी ने ये जानकारी दी.

अधिकारी ने आगे बताया, 'तीनों लोगों ने सोते समय चंद्रशेखर का गला घोंट दिया. महिला इस दौरान वहां मौजूद थी. उसने हत्या की तैयारी भी कर ली थी और बैक-अप प्लान के तौर पर लाठी और अन्य सामान का इंतजाम भी कर लिया था.अधिकारियों ने बताया कि दिंडोशी के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक अजय अफले के नेतृत्व में एक टीम ने जोन 12 की पुलिस उपायुक्त स्मिता पाटिल के सहयोग से मामले को सुलझाया. दिलचस्प बात यह है कि पुलिस को मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट जल्दी नहीं मिली, फिर भी वे तकनीकी जांच के जरिए इसे सुलझाने में सफल रहे.