राफेल डील: अमेठी में कार्यकर्ताओं से बोले राहुल गांधी, 'मोदी जी चौकीदार नहीं हैं, चोर हैं'
राहल गांधी ने राफेल सौदे को लेकर पीएम मोदी के लिए एक बार फिर से चोर शब्द का इस्तेमाल किया है. कार्यकर्ताओं के संबोधन में राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी जी चौकीदार नहीं हैं, नरेंद्र मोदी जी चोर हैं.
लखनऊ: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी दो दिवसीय अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी दौरे पर है. इस दौरान वे कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से मुलाकात कर रहें हैं. अपने इस दौरे के दौरान राहल गांधी ने राफेल सौदे को लेकर पीएम मोदी के लिए एक बार फिर से चोर शब्द का इस्तेमाल किया है. कार्यकर्ताओं के संबोधन में राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि 'नरेंद्र मोदी जी चौकीदार नहीं हैं, चोर हैं'.
राहुल गांधी ने पार्टी के कार्यकर्ताओं के संबोधन के दौरान राफेल डील मुद्दा बड़े जोर शोर से उठाते हुए कहा कि चुनाव के दौरान इन्होंने देश की जनता से ये कहकर वोट मांगा था कि उनकी पार्टी भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने आई है. लेकिन इन्होंने ही राफेल सौदे में घोटाला करके अनिल अंबानी को तीस हजार करोड़ रूपया पकड़ा दिया. इस सौदे मामले में अगले दो तीन महीने में और मजा आने वाला है. अभी तो इसकी शुरुआत हुई है. यह भी पढ़े: राफेल डील को लेकर मचे घमासान पर राहुल गांधी पर बरसे पात्रा, कहा- PAK और राहुल का एक लक्ष्य- ‘मोदी हटाओ’
राहुल गांधी अपने संबोधन के दौरान यहीं नही रुके उन्होंने आगे अपने तेवर और तल्ख़ करते हुए कहा कि पीएम मोदी के जो काम है. राफेल, विजय माल्या, ललित मोदी, नोटबन्दी, गब्बर सिंह टैक्स (जीएसटी) इन सब कामों में चोरी है. आने वाले दिन में उनकी पार्टी दिखाने वाली है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी चौकीदार नहीं हैं बल्कि वे चोर है. इस दौरान उन्होंने देश के गरीब किसानों का हवाला देते हुए कहा कि देश के किसान गरीब से गरीब होते जा रहें हैं. लेकिन मौजूदा सरकार अनिल अंबानी, विजय माल्या, नीरव मोदी जैसों पांच से दस लोगों को फायदा पहुंचाने का काम कर रही है. यह भी पढ़े: राफेल डील: राहुल गांधी का फिर बड़ा हमला, कहा-प्रधानमंत्री मोदी वायुसेना के विमान का दाम क्यों नहीं बताते?
बता दें कि आगामी 2019 लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सोमवार से दो दिवसीय दौरे पर अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी में है. इस दौरान वे पार्टी के कार्यकर्ता, गांव के प्रधान, पदाधिकारी आदि लोगों से मिलकर आगामी चुनाव की रणनीति बना रहे हैं.