अन्ना हजारे बोले, गोली की जगह बातचीत से सुलझाया जा सकता है नक्सलियों का मुद्दा, सरकार चाहे तो वे मध्यस्थता को तैयार
महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में कमांडो जीप पर नक्सली हमले के बाद समाजसेवक अन्ना हजारे का एक बयान आया है. उन्होंने अपने बयान में कहा है कि नक्सलवाद की समस्या को गोली की जगह बातचीत से सुलझाया जा सकता है
मुंबई: महाराष्ट्र के गढ़चिरौली (Gadchiroli) में कमांडो जीप पर नक्सली हमले के बाद प्रसिद्ध समाजसेवक अन्ना हजारे (Anna Hazare) का एक बयान आया है. उन्होंने अपने बयान में कहा है कि नक्सलवाद की समस्या को गोली की जगह बातचीत से सुलझाया जा सकता है. ऐसे में सरकार (Government) नक्सलियों बातचीत के लिए उन्हें इजाजत दे तो वे दोनों के बीच मध्यस्थता करने को तैयार हैं.
अन्ना हजारे ने कहा कि हर किसी की समस्याएं होती हैं. हर समस्या को सुलझाया जा सकता है. लेकिन उस समस्या को सुलझाने का तरीका सही होना चाहिए. अन्ना ने अपने बयान में कहा कि नक्सल समस्या का समाधान गोलीबारी या मासूम लोगों की जान लेने से नहीं निकलेगा. ऐसा ही रहेगा तो दोनों तरफ से जाने जातीं रहेंगी. इस इससे समस्या और जटिल हो जाएगी. ऐसे में यदि दोनों पक्ष तैयार हों तो मैं नक्सलवाद के मुद्दे पर हस्तक्षेप के लिए तैयार हूं. वे मानते हैं कि हर समस्य का हल बातचीत से निकाला जा सकता है. यह भी पढ़े: महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में नक्सली हमला, विस्फोट में एक CRPF जवान घायल
बता दें कि 1 मई को महाराष्ट्र दिवस के मौके पर पहले घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने सी-60 कमांडो के वाहन पर एक बड़ा आईईडी ब्लास्ट किया. जिस ब्लास्ट में 16 जवान शहीद हो गए थे. यह ब्लास्ट गढ़चिरौली के कुरखेड़ा-कोरची रोड के पास किया गया था.