Parliament Monsoon Session: मणिपुर के मुद्दे पर सोमवार को भी जमकर हुआ हंगामा, अमित शाह बोले- हम चर्चा के लिए तैयार
Amit Shah in LS | Photo: NAI

नई दिल्ली: संसद के मानसून सत्र का आज तीसरा दिन है. मणिपुर के मुद्दे को लेकर सोमवार को भी संसद के मानसून सत्र में जोरदार हंगामा हुआ. इस मामले पर गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने भी बयान दिया. अमित शाह ने लोकसभा में कहा कि हम इस पर सदन में चर्चा के लिए तैयार हैं. पता नहीं विपक्ष क्यों इसपर चर्चा नहीं चाहता है. गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मैं विपक्ष से अनुरोध करता हूं कि इस मुद्दे पर चर्चा होने दें. ये महत्वपूर्ण है कि देश को इस संवेदनशील मामले पर सच्चाई पता चले. हंगामे के बीच लोकसभा की कार्यवाही मंगलवार (25 जुलाई) सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. AAP MP Sanjay Singh Suspended: आप सांसद संजय सिंह पूरे मानसून सत्र के लिए राज्यसभा से सस्पेंड. 

सोमवार को भी विपक्षी दलों ने संसद परिसर में प्रधानमंत्री मोदी के बयान की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. उन्होंने 'प्रधानमंत्री सदन में आओ' के नारे भी लगाए. विपक्षी दल मणिपुर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से दोनों सदनों में बयान दिए जाने की मांग कर रहे हैं. वहीं, सरकार कह रही है कि वह चर्चा के लिए तैयार हैं.

हम चर्चा को तैयार: अमित शाह

संसद सत्र शुरू होने के बाद से ही विपक्ष दलों के सदस्य मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर सदन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बयान और फिर चर्चा कराने की मांग कर रहे हैं. सोमवार सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू करने को कहा, वैसे ही कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी दलों के सदस्य मणिपुर के मुद्दे को उठाने लगे.

इस दौरान लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, ‘‘ हम शुरू से ही कह रहे हैं कि मणिपुर के हालात को देखते हुए प्रधानमंत्री (नरेन्द्र मोदी) स्वत: संज्ञान लेते हुए बयान दें.’’ इस पर लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने कहा, ‘‘आप (चौधरी) जिस विषय को उठा रहे हैं, उस पर सारा सदन चर्चा करना चाहता है. सरकार ने भी कहा है.’’

विपक्षी सदस्य हालांकि इससे संतुष्ट नहीं हुए और आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे. वे ‘वी वांट पीएम’, ‘वी वांट जस्टिस’ के नारे लगा रहे थे. विपक्षी सदस्य नारेबाजी करने के साथ तख्तियां भी दिखा रहे थे. सदन के उपनेता और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘‘ हम पहले ही कह चुके हैं कि चर्चा करने को पूरी तरह से तैयार हैं, लेकिन प्रतिपक्ष इस बात को स्वीकार नहीं कर रहा है.’’