Ganesh Chaturthi 2019: हैदराबाद में विराजेंगे सबसे ऊंचे 61 फीट के गणपति, देखें तस्वीरें
हैदराबाद के खैरताबाद में हर साल की तरह इस बाद भी गणेश उत्सव समिति भव्य प्रतिमा तैयार की है. हैदराबाद के खैरताबाद के रावण मैदान में 61 फीट ऊंची भगवान गणेश की प्रतिमा का निर्माण काम पूरा हो गया है. भगवान गणेश की प्रतिमा को 7 घोड़े के साथ सूर्यदेव का रूप दिया गया है. भगवान गणेश की मूर्ति को हाथ हैं. इस विशालकाय मूर्ति के निर्माण में 120 दिन का समय लगा.
गणेशोत्सव (Ganeshotsav) भारत के बड़े त्योहारों में से एक है जिसका इंतजार साल भर बेसब्री से किया जाता है. वैसे तो हर महीने गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi 2019) मनाई जाती है. गणेशोत्सव (Ganesh Utsav) का त्योहार मुख्यतौर पर महाराष्ट्र (Maharashtra) में 10 दिनों तक बहुत धूमधाम से मनाया जाता है. लेकिन बप्पा की मूर्ति स्थापित करने कि परंपरा अब पूरे देश शुरू हो गई है. बड़े-बड़े पंडाल और भगवान की मूर्ति को देखने के लिए बड़ी संख्या में भक्तगण आते हैं. पंडाल में 9 दिनो तक तक भगवान गणेश की स्थापना की जाती हौर दसवें दिन बैंड बाजा और धूम धाम के साथ उनका विसर्जन किया जाता है. मुंबई में गणेशोत्सव बहुत ही खास तरीके से मनाया जाता है, बड़ी बड़ी मूर्तियां, झांकियां लोगों के आकर्षण का केंद्र रहती हैं.
हैदराबाद के खैरताबाद में हर साल की तरह इस बाद भी गणेश उत्सव समिति भव्य प्रतिमा तैयार की है. हैदराबाद के खैरताबाद के रावण मैदान में 61 फीट ऊंची भगवान गणेश की प्रतिमा का निर्माण काम पूरा हो गया है. भगवान गणेश की प्रतिमा को 7 घोड़े के साथ सूर्यदेव का रूप दिया गया है. भगवान गणेश की मूर्ति को हाथ हैं. इस विशालकाय मूर्ति के निर्माण में 120 दिन का समय लगा.
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गणेश चतुर्थी शुभ मुहूर्त-
इस साल गणेश चतुर्थी 2 सितंबर 2019, सोमवार को मनाई जा रही है.
चतुर्थी तिथि आरंभ- 2 सितंबर 2019, सोमवार को सुबह 4. 56 बजे से,
चतुर्थी तिथि समाप्त- 3 सितंबर 2019, मंगलवार देर रात 1.53 बजे तक.
पूजा का मुहूर्त- सुबह 11.00 बजे से दोपहर 1.42 बजे तक.
इस साल का गणेशोत्सव बहुत ख़ास है, क्योंकि गणेश चतुर्थी के दिन कई शुभ संयोग बन रहे हैं. ग्रह-नक्षत्रों की शुभ स्थिति से शुक्ल और रवियोग बन रहा है. इतना ही नहीं सिंह राशि में चतुर्ग्रही योग भी बन रहा है. यानी सिंह राशि में सूर्य, मंगल, बुध और शुक्र एक साथ हैं. ग्रहों और सितारों की इस शुभ स्थिति के कारण इस त्योहार का महत्व और शुभत्ता और अधिक बढ़ जाएगी.