Hindi Day 2024: हमने अपने राज्य में हिंदी को बढ़ावा देने के लिए बहुत काम किया- ममता बनर्जी

'हिंदी दिवस' के अवसर पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सभी देशवासियों को शुभकामनाएं दीं. उन्होंने दावा किया कि बंगाल में हिंदी को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने कई अहम काम किए हैं. उन्होंने एक्स पर हिंदी दिवस की शुभकामनाएं दी.

Mamata Banerjee | ANI

नई दिल्ली, 14 सितंबर : 'हिंदी दिवस' के अवसर पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सभी देशवासियों को शुभकामनाएं दीं. उन्होंने दावा किया कि बंगाल में हिंदी को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने कई अहम काम किए हैं. उन्होंने एक्स पर हिंदी दिवस की शुभकामनाएं दी. लिखा, "सभी को 'हिंदी दिवस' की हार्दिक शुभकामनाएं. हम सभी भाषाओं का सम्मान करते हैं . 2011 के बाद से, राज्य में हिंदी भाषी लोगों के उत्थान के लिए हमने कई प्रयास किए हैं. हिंदी अकादमी की स्थापना से लेकर हिंदी विश्वविद्यालय और कई हिंदी कॉलेजों की स्थापना तक – ये सब हमारी उपलब्धियां हैं, जिन पर मुझे गर्व है."

बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 14 सितंबर को नई दिल्ली में राजभाषा हीरक जयंती समारोह और चतुर्थ अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करेंगे. राजभाषा विभाग हिंदी के राजभाषा बनने के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में 14-15 सितंबर 2024 को भारत मंडपम, नई दिल्ली में चतुर्थ अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन का आयोजन कर रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा और गृह मंत्री अमित शाह के कुशल मार्गदर्शन में गृह मंत्रालय का राजभाषा विभाग 2021 से हर वर्ष अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलनों का आयोजन कर रहा है. यह भी पढ़ें : हिंदी सभी स्थानीय भाषाओं की सखी, पीएम ने वैश्विक मंचों पर भी हिंदी को बढ़ावा दिया: अमित शाह

गृह मंत्री राजभाषा की हीरक जयंती के अवसर पर विशेष रूप से तैयार की गई 'राजभाषा भारती' पत्रिका के हीरक जयंती विशेषांक का विमोचन करेंगे. हीरक जयंती को यादगार बनाने के लिए अमित शाह एक स्मारक डाक टिकट और एक स्मारक सिक्का भी जारी करेंगे. गृह मंत्री राजभाषा गौरव और राजभाषा कीर्ति पुरस्कार भी प्रदान करेंगे. इसके अलावा कुछ और पुस्तकों और पत्रिकाओं का भी विमोचन किया जाएगा.

इस अवसर पर गृह मंत्री भारतीय भाषा अनुभाग का भी उद्घाटन करेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार हिंदी और भारतीय भाषाओं के विकास और उनके बीच बेहतर समन्वय पर जोर देते रहे हैं. संविधान की मंशा और पीएम मोदी के निर्देश को ध्यान में रखते हुए हिंदी के साथ-साथ भारतीय भाषाओं के प्रयोग को बढ़ावा देने और उनके बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने के उद्देश्य से गृह मंत्रालय के राजभाषा विभाग ने भारतीय भाषा अनुभाग की स्थापना का प्रस्ताव दिया था.

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