Himachal Pradesh: बारिश से भारी तबाही, कई सड़कें क्षतिग्रस्त, अगले 4-5 दिनों तक नहीं मिलेगी राहत; मौसम विभाग जारी किया अलर्ट
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आज और कल के लिए मंडी जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. हिमाचल प्रदेश के आईएमडी निदेशक सुरेंद्र पॉल ने कहा, "पिछले 48 घंटों में बड़े पैमाने पर बारिश हुई है.
शिमला: हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के कई जिलों में बारिश का कहर देखने को मिल रहा है. हिमाचल प्रदेश के बागी और मंडी समेत कई इलाकों में लगातार हो रही मुसलाधार बारिश और बादल फटने की वजह से बाढ़ आ गई है. बाढ़ को देखते हुए मंडी-कुल्लू नेशनल हाइवे को बंद कर दिया गया है. पिछले 48 घंटों में लगातार बारिश के कारण हिमाचल प्रदेश के विभिन्न इलाकों, खासकर मंडी जिले में जलभराव हो गया है और अचानक बाढ़ आ गई है. शिमला में भारी बारिश से बिगड़े हालात, कुल्लू में तेज बहाव के चलते पूल पार करते समय 8 गाड़ियां क्षतिग्रस्त.
इस बीच भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आज और कल के लिए मंडी जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. हिमाचल प्रदेश के आईएमडी निदेशक सुरेंद्र पॉल ने कहा, "पिछले 48 घंटों में बड़े पैमाने पर बारिश हुई है. पिछले 24 घंटों में मंडी जिले में सबसे अधिक बारिश हुई है. अभी भी बारिश हो रही है. यह स्थिति लगभग 4-5 दिनों तक बनी रहेगी."
IMD ने जारी किया अलर्ट
स्थानीय मौसम विभाग ने 27 और 28 जून को अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश, आंधी और बिजली गिरने और 27-29 जून तक गरज के साथ बिजली गिरने का अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अगले कुछ दिनों में सिरमौर, सोलन, शिमला, बिलासपुर, ऊना, हमीरपुर, मंडी और कांगड़ा जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है.
समय से पहले मानसून ने दी दस्तक
हिमाचल प्रदेश में दक्षिण-पश्चिम मानसून ने समय से कुछ दिन पहले ही शनिवार को दस्तक दे दी, जिस वजह से राज्य के कई इलाकों में भारी बारिश हुई. हिमाचल प्रदेश में आमतौर पर 28 जून से 29 जून के आसपास दक्षिण-पश्चिम मानसून दस्तक देता है, लेकिन इस साल अधिकारियों ने शनिवार 24 जून को ही इसका आगमन हो जाने की पुष्टि कर दी है.
भारी बारिश से कई सड़कें अवरूद्ध
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के औट में भीषण बारिश से अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन के कारण चंडीगढ़-मनाली राजमार्ग अवरुद्ध होने से यहां सैकड़ों यात्री फंस गए. भारी बारिश के कारण औट के करीब खोतीनाला में पंडोह-कुल्लु मार्ग पर अचानक बाढ़ आ गई. बाढ़ के कारण यात्री रविवार शाम से फंसे हुए हैं.
कांगड़ा के धर्मशाला में सबसे अधिक 106.6 मिलीमीटर बारिश हुई. इसके बाद कतौला में 74.5 मिलीमीटर, गोहर में 67 मिलीमीटर, मंडी में 56.4 मिलीमीटर, पोंटा साहिब में 43 मिलीमीटर और पालमपुर में 32.2 मिलीमीटर बारिश हुई.