Heat Wave: यूपी-राजस्थान समेत इन 5 राज्यों में कहर बरपाएगी गर्मी, IMD ने दी हीट वेव की चेतावनी
गर्मी का कहर (Photo Credits: PTI)

अप्रैल महीने में गर्मी देश के अधिकांश राज्यों में कहर बरपा रही है. दिल्ली समेत कई जगह गर्मी का रिकॉर्ड टूट चुका है. इस बीच मौसम विभाग ने एक बार फिर से कई राज्यों के लिए लू की चेतावनी जारी की है. IMD ने बताया कि 15 अप्रैल से पांच राज्यों में हीट वेव का कहर टूटेगा. मौसम विभाग IMD ने बताया, ''पंजाब, दक्षिण हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश में 15 अप्रैल, 2022 से हीट वेव की स्थिति रहने वाली है.'' Weather Forecast: अप्रैल में भीषण गर्मी और लू से होगा बुरा हाल, देश के इन हिस्सों दिखेगा सबसे ज्यादा प्रकोप.

वहीं दिल्ली वासियों के लिए राहतभर खबर है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को अब जल्दी ही हीट वेव (Heat Wave) से राहत मिलने की उम्मीद है. 15 अप्रैल के बाद बाकी दिनों में दिल्लीवासियों को हीट वेव का सामना नहीं करना पड़ेगा. मौसम विभाग ने यह जानकारी दी है.

IMD का ट्वीट

मौसम विभाग ने बताया कि राजधानी दिल्ली में दिन के समय तेज हवाएं चलेंगी. मुंबई में आसमान साफ रहने और शाम को बादल छाए रहने के आसार हैं. चेन्‍नई और कोलकाता में आंशिक रूप से बादल छाये रहने और गरज के साथ छींटें पड सकते हैं.

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक, इस साल अप्रैल महीने के शुरुआती दिनों में ही रिकॉर्ड गर्मी पड़ रही है. हालांकि, अधिकांश राज्यों में 14 अप्रैल से लू का प्रकोप कम होगा लेकिन तापमान में बढ़ोतरी रहने के कारण गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है.

इससे पहले मौसम विभाग ने बताया था कि दिल्ली-एनसीआर में अप्रैल में गर्मी की लहर ने पिछले 12 वर्षो का रिकार्ड तोड़ दिया है.

इस बीच, एक पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव में 12 से 15 अप्रैल के दौरान पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में हल्की/मध्यम, छिटपुट/बिखरी हुई बारिश की संभावना है और 13 अप्रैल को अधिकतम तीव्रता के साथ और 13 अप्रैल को पंजाब और हरियाणा में अलग-अलग हिस्सों में बारिश होने की संभावना है. दिल्ली-एनसीआर में बारिश की कोई संभावना नहीं है, लेकिन पश्चिमी विक्षोभ बढ़ते तापमान में कुछ राहत लाने में मदद कर सकता है.

बता दें कि आईएमडी हीट वेव की घोषणा तब करता है, जब किसी भी स्टेशन के लिए अधिकतम तापमान मैदानी इलाकों के लिए कम से कम 40 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक और पहाड़ी क्षेत्रों के लिए कम से कम 30 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक तक पहुंच जाता है.