मुहर्रम के जुलूस में फिलिस्तीन का झंडा लहराए जाने पर गिरिराज सिंह का विपक्ष पर हमला
बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने एक बार फिर विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि देश में वर्तमान में ऐसा बहुत कुछ हो रहा है, जिन पर विपक्षी अपना मुंह खोलने को तैयार नहीं हैं, वो सिर्फ और सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधने में लगे रहते हैं.
नई दिल्ली, 16 जुलाई : बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने एक बार फिर विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि देश में वर्तमान में ऐसा बहुत कुछ हो रहा है, जिन पर विपक्षी अपना मुंह खोलने को तैयार नहीं हैं, वो सिर्फ और सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधने में लगे रहते हैं.
बीजेपी नेता ने कहा, “मुझे यह कहते हुए अत्यंत पीड़ा हो रही है कि देश के अंदर कहीं धर्मांतरण हो रहा है, तो कहीं मोहर्रम के जुलूस के दौरान फिलिस्तीन के पक्ष में नारे लगाए जाते हैं और हमारे मित्र इजरायल और अमेरिका के विरोध में आपत्तिजनक टिप्पणियां की जाती हैं. मुझे लगता है कि यह हमारा दुर्भाग्य ही है कि देश के विपक्षी दलों का इन मुद्दों पर कोई ध्यान नहीं जाता है, वो सिर्फ और सिर्फ बिना मतलब के मुद्दों को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधने में लगे रहते हैं. उन्हें लगता है कि ऐसा करने से उनकी राजनीतिक पैठ मजबूत होगी, लेकिन मैं उन्हें यकीन दिलाता चाहता हूं कि उन्हें इस दिशा में रत्ती भर भी सफलता नहीं मिलने वाली है.” यह भी पढ़ें : मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका पर सीबीआई और ईडी को सुप्रीम कोर्ट का नोटिस
गिरिराज ने कहा, “मुझे यह कहने में कोई संकोच नहीं है मुस्लिम वोट बैंक के लालच में विपक्ष कुछ नहीं बोल पा रहा है. वहीं, हमारे कुछ मुस्लिम भाई बहु विवाह की पैरोकारी करते हैं, लेकिन मेरा मानना है कि उन्हें ऐसा करने से गुरेज करना चाहिए. सभ्य समाज में इस तरह की परंपरा की इजाजत नहीं होनी चाहिए. यह किसी भी सभ्य समाज के लिए उचित नहीं है. इसके अलावा, मैं मांग करता हूं कि इस रवैये पर अंकुश लगाने के मकसद से केंद्र सरकार को कड़ा कानून बनाना चाहिए, ताकि इस तरह की परंपरा देश में व्यापक रूप ना ला सके.”
उन्होंने आगे कहा, “हॉर्वड यूनिवर्सिटी की रिपोर्ट में भी यह बात परिलक्षित हुई है कि भारत में जब कभी-भी कोई धार्मिक यात्रा निकाली जाती है, तो असामाजिक तत्वों के लोग उसे छिन्न-भिन्न करने के मकसद से पथराव करते हैं. पिछले कुछ वर्षों में भारत में ऐसे कई मामले भी सामने आए हैं, जब धार्मिक यात्राओं के दौरान असामाजिक तत्वों द्वारा पथराव किए गए हैं.”