सीडीएस जनरल बिपिन रावत नहीं रहे. तमिलनाडु में हुए हेलीकॉप्टर हादसे में उनका निधन हो गया. इस हादसे में उनकी धर्मपत्नी मधुलिका की भी मौत हो गई. दोनों के अलावा हेलीकॉप्टर में सवार अन्य 11 लोग भी इस हादसे के शिकार हुए हैं.
मध्य प्रदेश से गहरा नाता
जनरल रावत का मध्य प्रदेश से गहरा नाता रहा है. उनकी पत्नी मधुलिका रावत प्रदेश के रीवा राजघराने के बेटी थीं. दरअसल, बिपिन रावत की वर्ष 1986 में रीवा राजघराने से ताल्लुक रखने वाले मृगेंद्र सिंह की मंझली बेटी मधुलिका सिंह से शादी हुई थी. बता दें कि सीडीएस जनरल बिपिन रावत तीन महीने पहले दतिया आए थे. उन्होंने यहां शक्तिपीठ मां पीतांबरा के दर्शन कर भगवान वनखण्डेश्वर महादेव का जलाभिषेक किया था. यह भी पढ़े : SKM ने किया किसान आंदोलन को स्थगित करने का ऐलान, 11 दिसंबर से लौटेंगे घर- जनवरी तक मांगें नहीं पूरी हुईं तो फिर होगी वापसी
इन्फैंट्री में आधुनिकीकरण के पक्षधर
इससे पहले जनरल रावत दो साल पहले इंदौर के महू में सेना की दो साल में होने वाली कमांडर कॉन्फ्रेंस में शामिल होने आए थे. वे सैन्य संग्रहालय भी पहुंचे थे और यहां एंटी टैंक मिसाइल का अवलोकन किया था. अधिकारियों द्वारा इन्फैंट्री में आधुनिकीकरण से जुड़े मुद्दों, प्रशिक्षण, मानव संसाधन विकास एवं भविष्य के दृष्टिकोण पर विचार-विमर्श किया गया था.
शहडोल में शोक की लहर
हेलीकॉप्टर हादसे की जानकारी लगते ही शहडोल जिले में शोक की लहर दौड़ गई. बिपिन रावत का ससुराल शहडोल के सोहगपुर में है. उनकी पत्नी मधुलिका के पिता मृगेंद्र सिंह सोहागपुर क्षेत्र के इलाकेदार थे. घटना के बाद सेना के अधिकारियों ने स्वजनों को शहडोल से दिल्ली बुला लिया है. सीडीएस बिपिन रावत के छोटे साले हर्षवर्धन सिंह ने बताया कि अभी दशहरा के समय उनकी दीदी और जीजा बिपिन रावत से मुलाकात हुई थी. वे जनवरी में शहडोल आने वाले थे और उन्होंने कहा था कि वो शहडोल को एक सैनिक स्कूल देना चाहते हैं.