जनरल बिपिन रावत के पहले CDS बनने पर अमेरिका खुश, ट्वीट कर कहा- यह पद दोनों देश की सेनाओं के बीच अहम भूमिका निभाएगा

ब्यूरो आफ साउथ एंड सेंट्रल एशियन अफेयर्स, यूएस डिपार्टमेंट आफ स्टेट ने ट्वीट करते हुए कहा कि भारत के पहले चीफ आफ डिफेंस स्टाफ के पद पर नियुक्त होने पर बिपिन रावत को बधाई.

अमेरिका के राजदूत केन जस्टर और जनरल बिपिन रावत (Photo Credit-Twitter)

अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ स्टेट के ब्यूरो ऑफ दक्षिण-मध्य एशिया (State_SCA) की तरफ से बयान जारी कर जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat) को भारत के पहले सीडीएस बनने पर शुभकामनाएं दी गई है. ब्यूरो आफ साउथ एंड सेंट्रल एशियन अफेयर्स, यूएस डिपार्टमेंट आफ स्टेट ने ट्वीट करते हुए कहा कि भारत के पहले चीफ आफ डिफेंस स्टाफ के पद पर नियुक्त होने पर बिपिन रावत को बधाई. यह पद भारत और अमेरिका की सेनाओं के बीच बेहतर समन्वय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. भारत में अमेरिका के राजदूत केन जस्टर (Ken Juster) ने भी आर्मी प्रमुख के साथ अपनी पुरानी तस्वीर को शेयर करते हुए उन्हें नई जिम्मेदारियों के लिए शुभकामनाएं दी.

मालदीव ने भी जनरल बिपिन रावत को देश का पहला CDS बनने पर बधाई दी है. मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद (Abdulla Shahid) ने एक ट्वीट में कहा. " जनरल बिपिन रावत को भारत के पहले सीडीएस के रूप में नियुक्ति पर हार्दिक बधाई. यह बड़े सम्मान की बात है कि कुछ महीने पहले जनरल रावत से माले में मुलाकात हुई थी. मालदीव्स इंडिया डिफेंस पार्टनरशिप काफी मजबूत है.

अमेरिका ने दी जनरल बिपिन रावत को बधाई

मालदीव के विदेश मंत्री का ट्वीट-

1 जनवरी को संभालेंगे CDS का कार्यभार

जनरल बिपिन रावत को सोमवार को देश का पहला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) नियुक्त किया गया. आज मंगलवार को जनरल बिपिन रावत सेना प्रमुख के पद से रिटायर हो गए हैं. नए साल 1 जनवरी को वह देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के तौर पर काम संभालेंगे. अब उनकी जगह जनरल मनोज मुकुंद नरवणे अगले सेना प्रमुख होंगे. जनरल बिपिन रावत ने 31 दिसंबर, 2016 में सेना प्रमुख का कार्यभार संभाला था.

तीन साल का कार्यकाल आज समाप्‍त

बतौर आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत का तीन साल का कार्यकाल आज समाप्‍त हो गया है. इसके बाद अब वे इससे भी बड़ी जिम्मेदारी संभालेंगे. जनरल बिपिन रावत 1 जनवरी 2020 से वह सीडीएस पद की जिम्मेदारी संभालेंगे. सीडीएस रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले एक नए विभाग, डिपार्टमेंट ऑफ मिलिट्री एफेयर्स के सेक्रेटरी के तौर पर काम करेगा और रक्षामंत्री को सैन्य मामलों पर सलाह देगा. सीडीएस ही रक्षामंत्री का प्रधान सैन्य सलाहकार होगा. हालांकि, सैन्य सेवाओं से जुड़े विशेष मामलों में तीनों सेनाओं के चीफ पहले की तरह रक्षामंत्री को सलाह देते रहेंगे.

सीडीएस की जिम्मेदारियां

सरकार ने यह भी साफ किया है कि सीडीएस सीधे तौर से थलसेना, वायुसेना और नौसेना के कमांड और यूनिट्स को कंट्रोल नहीं करेगा. लेकिन इसके अंतर्गत सेना के तीनों अंगों के साझा कमांड और डिवीजन होंगे. तीनों सेनाओं की साझा कमान स्पेशल ऑपरेशन डिविजन, डिफेंस साइबर एजेंसी और डिफेंस स्पेस एजेंसी भी सीडीएस को रिपोर्ट करेंगी.

सीडीएस प्रमुख की जिम्मेदारी देश की सुरक्षा के लिए भविष्य की रणनीति बनाने की होगी. तीनों सेनाओं को मिलने वाले बजट का उचित इस्तेमाल करने के लिए सीडीएस डिफेंस एक्विजिशन काउंसिल यानि डीएसी का सदस्य होगा. भविष्य में तीनों सेनाओं की सम्मिलित कमान यानी थियेटर कमान की योजना बनाने का काम भी सीडीएस करेगा.

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