मोदी सरकार के खिलाफ आज किसान-मजदूर रामलीला मैदान से संसद तक करेंगे पैदल मार्च

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बुधवार को करीब पांच लाख किसान और मजदूर अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन करनेवाले है. बताया जा रहा है कि वाम दलों के समर्थन से होनेवाली इस रैली में देशभर के किसान और और मजदूर हिस्सा लेने वाले है.

किसान-मजदूरों का आज मोदी सरकार के खिलाफ मार्च (Photo Credits: Twitter)

नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बुधवार को करीब पांच लाख किसान और मजदूर अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन करनेवाले है. बताया जा रहा है कि वाम दलों के समर्थन से होनेवाली इस रैली में देशभर के किसान और और मजदूर हिस्सा लेने वाले है. इसके तहत आज सुबह 10 बजे रामलीला मैदान से संसद भवन तक पैदल मार्च निकला जाएगा.

अखिल भारतीय किसान सभा के मुताबिक, इस रैली में आज करीब पांच लाख मजदूर और किसान आएंगे. इस रैली को 'मजदूर किसान संघर्ष' नाम दिया गया है. इसमें सरकार की किसान मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ आंदोलन के दूसरे चरण की कार्ययोजना से अवगत कराया जाएगा.

वाम समर्थित मजदूर संगठन 'सीटू' के महासचिव तपन सेन ने मंगलवार को बताया था कि वामदलों और तमाम किसान संगठनों के साझा मंच के रूप में गठित 'मजदूर किसान संघर्ष मोर्चा' रामलीला मैदान से भविष्य के आंदोलनों की रूपरेखा घोषित करेगा. सेन ने कहा कि आजाद भारत में पहली बार सरकार के खिलाफ आयोजित रैली में किसान और मजदूर एकजुट होकर हिस्सा लेंगे. महाराष्ट्र सरकार के दावों की खुली पोल, 3 महीनों में 639 किसानों ने की आत्महत्या

उन्होंने कहा कि यह अंतिम नहीं बल्कि पहली रैली होगी. इसमें सरकार की किसान मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ आंदोलन के दूसरे चरण की कार्ययोजना से अवगत कराया जायेगा. सेन ने कहा कि मौजूदा केन्द्र सरकार सिर्फ धनी और कार्पोरेट घरानों के हितों को साधने वाली नीतियां बना रही है. इसका सीधा असर गरीब मजदूरों और किसानों पर हो रहा है.

गौरतलब हो कि किसान इस रैली के जरिए कई मांगों को केंद्र सरकार के समक्ष रखनेवाले है. इसमें महंगाई पर लगाम, खाद्य वितरण प्रणाली की उचित व्यवस्था, रोजगार, मजदूरों के लिए न्यूनतम मजदूरी भत्ता आदि शामिल है. वहीं इस पैदल मार्च से दिल्लीवासीयों को आज खासा मुसीबत हो सकती है. इसके चलते मध्‍य दिल्‍ली की सड़कों पर भीषण जाम लगने की संभावना जताई जा रही है. कैंसर के खतरे के बाद शिवराज सरकार ने रोकी 'चरण पादुका योजना'

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