भोपाल: मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने गरीबों को मुफ्त में जूता देने के लिए शुरू की गई 'चरण पादुका योजना' को तुरंत रद्द कर दिया है. दरअसल एक शोध में दावा किया गया है कि इन जूतों को बनाने में प्रयोग होने वाले कैमिकल से कैंसर हो सकता है. पिछले दिनों ही तेंदुपत्ता का काम करनेवाले किसानो को चरण पादुका योजना के तहत करीब 26 हजार जूते-चप्पल वितरित किए गए थे.
सूबे के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हाल ही में खुद तेंदु पत्ता किसानों के लिए इस योजना का शुभारंभ किया था. वहीं इस योजना के लाभार्थीयों को जब इस जूते-चप्पल से कैंसर होने के खतरे का पता चला तो उन्होंने इसका विरोश शुरु कर दिया. जिसके चलते चरण पादुका योजना को रद्द कर दिया गया और अधिकारियों को जूते-चप्पलो को बांटने से रोक दिया गया.
जिला कांग्रेस भोपाल ने आज तेंदूपत्ता संग्राहकों को शिवराज सरकार द्वारा पहनाये गये जूते चप्पलो में ख़तरनाक रासायन एजेडओ मिला है इन जूतों को पेहनने से कैंसर होता है।
जिसके विरोध में कांग्रेस जनो ने प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया ।।@INCMP @digvijaya_28 @dbajpaiINC pic.twitter.com/bhCKNk52Td
— Vijendra Shukla (@VijendraShukla6) August 27, 2018
मध्य प्रदेश सरकार की फ्री फुटवियर स्कीम पर एक रिसर्च इंस्टीट्यूट ने स्टडी किया और अपनी रिपोर्ट में कहा कि जूते बनाने में जिस केमिकल का उपयोग किया गया है, उससे कैंसर हो सकता है. सेंट्रल लेदर रिसर्च इंस्टीट्यूट ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि जूते के अंदर के हिस्से को बनाने में कार्सिनोजेनिक एजो डाई का इस्तेमाल किया जा रहा है. जो कि कैंसर का कारक माना जाता है.
रिपोर्ट के सामने आने के बाद इसका विरोध विपक्ष से लेकर योजना के लाभार्थी तक कर रहे हैं. 'चरण पादुका योजना' तेंदु पत्ता किसानों के लिए राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले लॉन्च की गई थी. अब तक दो लाख से ज्यादा जूतों को रिजेक्ट किया जा चुका है.