नई दिल्ली: केंद्र की मोदी सरकार ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने को लेकर शुक्रवार को एक बड़ा फैसला लिया है. सरकार की तरफ से लिए गये इस फैसले के बाद विपक्षी पार्टियां मोदी सरकार को घेरना शुरू कर दी हैं. विपक्षी पार्टियों का कहना है कि सरकार के गलत फैसले के चलते करीब 700-750 किसानों की जान गई है. विपक्षी पार्टियों में कांग्रेस (Congress) ने मोदी सरकार के फैसले के खिलाफ कल देश भर में 'किसान विजय दिवस' मनाने जा रही है.
वहीं मोदी सरकार द्वारा तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने के फैसले पर आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने सरकार घेरा हैं. लालू यादव ने मोदी सरकार से सवाल किया कि इन काले कानूनों के खिलाफ आंदोलन के दौरान मारे गए 700-750 किसानों के परिवारों का क्या?. वहीं आगे आरजेडी प्रमुख ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव करीब होने की वजह से काले कानून वापस लिए गए हैं. यह भी पढ़े: Farm Laws: कृषि कानूनों की वापसी पर बोले राकेश टिकैत- 750 लोगों की मौत के बाद जागी सरकार
Repeal of 3 farm laws: Congress to observe 'Kisan Vijay Diwas' across the country tomorrow "in recognition of consistent & spirited fight of the farmers against the flawed decisions"; asks state units to organise Kisan Vijay Rallies/Kisan Vijay Sabhas pic.twitter.com/oqTC9KgFPa
— ANI (@ANI) November 19, 2021
वहीं एनडीए सरकार में शामिल जेडीयू की तरफ से बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने पीएम मोदी के तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने तीन कृषि कानून बनाए, शुक्रवार को प्रधानमंत्री ने पूरी स्पष्टता के साथ इसे वापस लेने की घोषणा कर दी अब इसमें खास कुछ बोलने को नहीं है.
दिल्ली के तीन दिवसीय यात्रा के बाद शुक्रवार को पटना लौटे मुख्यमंत्री से हवाई अड्डा पर पत्रकारों ने कृषि कानून वापस लेने की घोषणा के संबंध में पूछा तो उन्होंने कहा, केंद्र सरकार ने तीन कृषि कानून बनाया. यह केंद्र सरकार का निर्णय था. केंद्र सरकार ने इसे पार्लियामेंट में पास किया. तीन कानून बनाया. अब प्रधानमंत्री ने खुद ही घोषणा कर दी है कि अगले सेशन में हम इसे वापस करेंगे. यह निर्णय तो उन्हीं का है. इस मामले में कोई प्रतिक्रिया तो हो ही नहीं सकती है.