लॉकडाउन खुलने के बाद दिल्ली मेट्रो में आरोग्य सेतु एप और बिना मास्क के नहीं मिलेगी एंट्री, जानें नई गाइडलाइंस

देश में कोरोना वायरस का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है. इसके इसके साथ ही मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है. कोरोना वायरस के प्रकोप को रोकने के लिए देशभर में लॉकडाउन लागू कर दिया गया था, जिसे दुबारा केंद्र सरकार ने तीन मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है. लेकिन उसके साथ सरकार के सामने अब यह भी चुनौती है कि अगर लॉकडाउन हटा तो उसके बाद कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से कैसे रोका जाएगा. इसी के मद्दे नजर अब सरकारी संस्थानों ने तैयारी शुरू कर दी है. बता दें कि लॉकडाउन समाप्त होने के बाद मेट्रो में सफर करने वाले यात्रियों को नए नियमों का पालन करना होगा. सीआईएसएफ ने नए गाइडलाइंस बना ली है.

दिल्ली मेट्रो (Photo Credits: IANS)

देश में कोरोना वायरस का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है. इसके इसके साथ ही मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है. कोरोना वायरस के प्रकोप को रोकने के लिए देशभर में लॉकडाउन लागू कर दिया गया था, जिसे दुबारा केंद्र सरकार ने तीन मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है. लेकिन उसके साथ सरकार के सामने अब यह भी चुनौती है कि अगर लॉकडाउन हटा तो उसके बाद कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से कैसे रोका जाएगा. इसी के मद्देनजर अब सरकारी संस्थानों ने तैयारी शुरू कर दी है. बता दें कि लॉकडाउन समाप्त होने के बाद मेट्रो में सफर करने वाले यात्रियों को नए नियमों का पालन करना होगा. सीआईएसएफ ने नए गाइडलाइंस बना ली है.

केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के प्लान के मुताबिक यात्रियों को जांच से पूर्व शरीर से धातु की चीजों को हटाना होगा, मास्क पहनना होगा, मोबाइल में आरोग्य सेतु एप भी रखना होगा और जिन यात्रियों में फ्लू के लक्षण होंगे, उन्हें यात्रा की अनुमति नहीं मिलेगी. दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) और शहरी विकास मंत्रालय के परामर्श के बाद ही सीआईएसएफ की प्रस्तावित योजना को लागू किया जाएगा. हर प्रवेश बिंदु पर हैंडवाश और हैंड सैनिटाइजर की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी. इतना ही नहीं प्रत्येक स्टेशन में एंट्री से पहले थर्मल जांच की जाएगी .

गौरतलब हो कि दिल्ली मेट्रो के कर्मचारियों को पहले ही जानकारी दी गई है और कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के लिए क्या करें. , क्या न करें को लेकर दिशा-निर्देश भी जारी किए गए थे. वहीं लोगों को जागरूक करने के लिए शुरुवाती समय में ही जागरूकता फैलाने के लिए कुछ अन्य बड़े स्टेशनों पर डिस्प्ले लगाए गए हैं. ज्ञात हो कि दिल्ली मेट्रो से हर रोज 20 लाख से अधिक लोग यात्रा करते हैं. ( भाषा इनपुट)

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