Election Comission: चुनाव आयोग 'प्रौद्योगिकी और चुनाव अखंडता का उपयोग' पर वैश्विक सम्मेलन की मेजबानी करेगा
चुनाव अखंडता पर समूह के नेतृत्व के रूप में चुनाव आयोग ने एक सहयोगी दृष्टिकोण अपनाया. इसने ग्रीस, मॉरीशस और आईएफईएस को समूह के लिए सह-नेतृत्व करने के लिए आमंत्रित किया. इसने इलेक्शन मैनेजमेंट बॉडीज (ईएमबी) और दुनियाभर में चुनावों के संचालन से निपटने वाले सरकारी समकक्षों के अलावा इंटरनेशनल फाउंडेशन फॉर इलेक्टोरल सिस्टम्स और इंटरनेशनल आईडीईए को आमंत्रित किया है.
नई दिल्ली: भारत निर्वाचन आयोग (Election Comission Of India) सोमवार से दिल्ली (Delhi) में 'चुनाव अखंडता' पर समूह के नेतृत्व के रूप में 'प्रौद्योगिकी और चुनाव अखंडता का उपयोग' पर दूसरे अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन की मेजबानी करेगा. दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार (Rajiv Kumar) करेंगे. वहीं समापन सत्र की अध्यक्षता चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडेय (Anup Chandra Pandey) करेंगे और पहले तकनीकी सत्र की अध्यक्षता चुनाव आयुक्त अरुण गोयल (Arun Goyal) करेंगे.
चुनाव अखंडता पर समूह के नेतृत्व के रूप में चुनाव आयोग ने एक सहयोगी दृष्टिकोण अपनाया. इसने ग्रीस, मॉरीशस और आईएफईएस को समूह के लिए सह-नेतृत्व करने के लिए आमंत्रित किया. इसने इलेक्शन मैनेजमेंट बॉडीज (ईएमबी) और दुनियाभर में चुनावों के संचालन से निपटने वाले सरकारी समकक्षों के अलावा इंटरनेशनल फाउंडेशन फॉर इलेक्टोरल सिस्टम्स और इंटरनेशनल आईडीईए को आमंत्रित किया है.
रिपोर्ट के अनुसार, 17 देशों/इलेक्शन मैनेजमेंट बॉडीज के लगभग 43 प्रतिभागियों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के 6 प्रतिभागियों के इसमें शामिल होने की उम्मीद है. नई दिल्ली स्थित कई विदेशी मिशनों के प्रतिनिधियों के भी सम्मेलन में भाग लेने की उम्मीद है. भारत का चुनाव आयोग चुनावी अखंडता पर समूह का नेतृत्व कर रहा है, जिसे दिसंबर 2021 में वर्चुअल रूप से आयोजित 'समिट फॉर डेमोक्रेसी' के फॉलोअप के रूप में स्थापित किया गया था.
इस समूह का पहला अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन निर्वाचन प्रबंधन निकायों की भूमिका, नियम और क्षमता प्रौद्योगिकी के प्रयोग और मतदान की निष्पक्षता के विषय पर पिछले साल 31 अक्टूबर से 1 नवंबर तक दिल्ली में आयोजित हुआ था. इसमें 11 देशों के ईएमबी के 50 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया था.