IIT में पढ़ने वाले 7 हजार से अधिक छात्रों ने छोड़ा BTech, ये है वजह
पिछले पांच सालों के दौरान देशभर के आईआईटी इंस्टीट्यूट में पढने वाले हजारों छात्रों ने बीटेक (BTech) की पढाई छोड़ी है. यह पढ़कर आपको अचरज हो सकता है, मगर सच यही है. केंद्र सरकार द्वारा लोकसभा में दिए एक बयान में यह खुलासा हुआ है.
नई दिल्ली: पिछले पांच सालों के दौरान देशभर के आईआईटी इंस्टीट्यूट (IIT Institute) में पढने वाले हजारों छात्रों ने बीटेक (BTech) की पढाई छोड़ी है. यह पढ़कर आपको अचरज हो सकता है, मगर सच यही है. केंद्र सरकार द्वारा लोकसभा में दिए एक बयान में यह खुलासा हुआ है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक आईआईटी (भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान) में पिछले पांच वर्षों में 7,248 छात्रों ने इंजीनियरिंग की पढाई छोड़ी है. लोकसभा में मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने हाल ही में एक बयान जारी करते हुए बताया कि पिछले पांच साल में सात हजार से अधिक छात्रों को बीटेक पहले ही छोड़ने की अनुमति दी गई है. हैदराबाद: IIT के छात्र बिल्डिंग से छलांग लगा कर दी जान, पुलिस जांच में जुटी
हालांकि सभी छात्रों को दूसरे विषय को विकल्प के रूप में चयन करने की मंजूरी दी गई. जिसके तहत सभी छात्रों को दूसरे सेमेस्टर की पढ़ाई के बाद बीटेक की पढ़ाई छोड़कर बीएससी पढ़ने की अनुमति दी गई. माना जा रहा है कि पढाई के दबाव के चलते छात्र यह कदम उठा रहे है.
इससे पहले एक आरटीआई में खुलासा हुआ है कि पिछले पांच वर्ष के दौरान देश के 10 भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईटी) के 27 छात्रों ने आत्महत्या की. इस लिस्ट में आईआईटी मद्रास का नाम सबसे ऊपर है, जहां सर्वाधिक सात छात्रों ने अपनी जान दी.
आरटीआई के तहत मिले जवाब में बताया गया है कि वर्ष 2014 से 2019 के बीच आईआईटी मद्रास के सात, आईआईटी खड़गपुर के पांच और आईआईटी दिल्ली और आईआईटी हैदराबाद के तीन-तीन छात्रों ने आत्महत्या की.