ईडी ने यूएई सरकार से दुबई में अभिषेक बनर्जी पर नजर रखने का अनुरोध किया
पश्चिम बंगाल में कोयला और पशु तस्करी के मामलों की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने विदेश मंत्रालय के जरिए यूएई सरकार से तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने का अनुरोध किया है.
कोलकाता, 4 जून : पश्चिम बंगाल में कोयला और पशु तस्करी के मामलों की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने विदेश मंत्रालय के जरिए यूएई सरकार से तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने का अनुरोध किया है. अभिषेक अपनी पत्नी रुजिरा नरूला के साथ दुबई की यात्रा पर हैं. अभिषेक बनर्जी नेत्र ( Abhishek Banerjee) रोग के इलाज के लिए इस समय दुबई में हैं. ईडी उन्हें दुबई जाने की अनुमति देने के लिए तैयार नहीं था, बाद में कलकत्ता हाईकोर्ट की एकल-न्यायाधीश पीठ ने उन्हें और उनकी पत्नी को दुबई की यात्रा करने की अनुमति दी.
हालांकि, दुबई जाने से पहले दंपति को अदालत के आदेश के अनुसार ईडी के अधिकारियों को अपनी यात्रा का विवरण देना था.पता चला है कि ईडी के अधिकारियों ने विदेश मंत्रालय के माध्यम से इस जोड़े की यात्रा का विवरण यूएई सरकार को भेज दिया है और उनकी निगरानी के लिए अनुरोध किया है. ईडी ने यूएई सरकार को जानकारी दी है कि कोयला तस्करी घोटाले के संबंध में इस जोड़े से पूछताछ चल रही है. यह भी पढ़ें : धनखड़ ने गायक केके की मौत के लिए कुप्रबंधन और प्रशासन की विफलता को जिम्मेदार ठहराया
इस बीच, बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने अभिषेक बनर्जी के नेत्र उपचार के लिए दुबई दौरे पर सवाल उठाया है. मजूमदार के अनुसार, जब भारत में कई अस्पताल सर्वोत्तम नेत्र उपचार सुविधाएं प्रदान करते हैं, तो इसके लिए दुबई की यात्रा करने का कोई औचित्य नहीं है. मजूमदार के दावे पर पलटवार करते हुए तृणमूल के राज्यसभा सदस्य शांतनु सेन ने कहा कि चूंकि मजूमदार योग्य डॉक्टर नहीं हैं, इसलिए उनके पास इस मुद्दे पर टिप्पणी करने के लिए विशेषज्ञता या ज्ञान नहीं है.
दरअसल, कलकत्ता हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान ईडी के वकीलों ने नेत्र रोग के इलाज के लिए दुबई जाने के औचित्य पर भी सवाल उठाया था. हालांकि, अदालत ने फैसला सुनाया कि इलाज की जगह किसी की भी निजी पसंद है. अदालत ने अभिषेक बनर्जी को 2 से 10 जून तक ईडी के समक्ष पूछताछ के लिए पेश होने से राहत दी है.